the missed beat-कविता-तुम्हारे दिल मैं कसक वही हैं इधर भी वही इरादा मेरा....

Started by Atul Kaviraje, December 12, 2022, 09:45:08 PM

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Atul Kaviraje

                                "the missed beat"
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मित्रो,

     आज पढते है, dr.sunil k. "Zafar ", इनके "the missed beat" इस ब्लॉग की एक कविता. इस कविता का शीर्षक है- "तुम्हारे दिल मैं कसक वही हैं इधर भी वही इरादा मेरा...."

                 तुम्हारे दिल मैं कसक वही हैं इधर भी वही इरादा मेरा....
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तुम्हारे दिल मैं कसक वही हैं इधर भी वही इरादा मेरा
तेरी आँखे मचल रही हैं बेक़रार मन नादां मेरा

मिले थे जबसे नयन तुमसे दिल हैं जोगी बावरा सा
ये कसक मेरी हई न पूरी हैं जुनून आधा मेरा

होंगे बहुत सारे प्रेमी तुम्हारे मुझसे बेहतर मुझसे अच्छे
सच कहूँगा जान तुमसे एक फूल सा दिल सादा मेरा

एक हैं मंदिर एक ही मूरत और कोई ना हमको जचता
तू ही शिव हैं तू ही सूंदर तू ही मोहन राधा मेरा

--dr.sunil k. "Zafar "
(Monday, 29 December 2014)
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           (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-the missed beat.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-12.12.2022-सोमवार.