सुनीता यादव-अपनी-सी लगे मॉरीशस की धरती-4

Started by Atul Kaviraje, December 24, 2022, 10:20:04 PM

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Atul Kaviraje

                                   "सुनीता यादव"
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मित्रो,

     आज पढते है,सुनीता प्रेम यादव, इनके "सुनीता यादव" इस कविता ब्लॉग का एक लेख  . इस कविता का शीर्षक है- "अपनी-सी लगे मॉरीशस की धरती"

मॉरीशस: बड़े अच्छे लगते हैं ये धरती, ये नदिया, ये रैना और यहाँ के लोग ..

                          "अपनी-सी लगे मॉरीशस की धरती"-4-
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     सहेली कुसुम वर्मा के रेखा चित्र, डॉ. अर्चना श्रीवास्तव के विचारों पर आधारित कला प्रस्तुति, श्रीमती आभा प्रकाश की एम्ब्रोयडरी प्रदर्शनी से सुसज्जित ले ग्रैंड होटल का सभागार, मंच पर आसीन  मॉरीशस  के डॉ. राम देव धुरंधर  तथा राज हीरामन की अध्यक्षता व विषय प्रवर्तन के साथ  ' हिन्दी के वैश्विक परिदृश्य के निर्माण में साहित्यकारों की भूमिका ', 'हिन्दी के वैश्विक  प्रसार में महिलाओं की भूमिका' तथा 'मॉरीशस में अवधि और भोजपुरी बोलियों का प्रभाव' विषय पर रवीन्द्र प्रभात जी के संचालन  व उपस्थिति में भारत से डॉ. राम बहादुर मिश्रा, श्री जगदीश पीयूष, डॉ. रमाकांत कुश्वाहा, डॉ. मिथिलेश दीक्षित,श्रीमती राजेश कुमारी,डॉ. सुषमा सिंह, एवं मॉरीशस से हिन्दी प्रचारिणी सभा के प्रधान श्री  यंतु देव बधू  श्री  धनराज शंभु, श्री टहल राम दीन, श्रीमती कल्पना लाल जी  ने अपने विचार प्रस्तुत किए। गीत-गजल गोष्ठी में भारत से श्री रवीन्द्र प्रभात, सागर त्रिपाठी, डॉ.पूनम तिवारी, डॉ.अर्चना श्रीवास्तव, डॉ. रमाकांत कुशवाहा, श्री जगदीश पीयूष,श्रीमती राजेश कुमारी राज ,सत्या सिंह ,श्री दीनानाथ द्विवेदी, डॉ.मीनाक्षी सक्सेना,कुसुम वर्मा, सुनीता यादव (मैं), डॉ. सुषमा सिंह, डॉ. ओंकार नाथ द्विवेदी, डॉ. प्रभा गुप्ता, श्री आद्या प्रसाद जी,  श्री राजीव प्रकाश, सचीन्द्र जी, अभिलेश जी तथा मेरा प्यारा सा मित्र  शुभेन्दु  आदि ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं। 
भाषा का आरोह ..सम्मान-समारोह

     भारतीय उच्चायोग मॉरीशस,हिंदी प्रचारिणी सभा मॉरीशस तथा परिकल्पना भारत के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी उत्सव में मॉरीशस के  मुख्य अतिथि सांसद व पी.पी.एस श्री विकास ओरी, विशिष्ट अतिथि माननीय उच्चायुक्त भारत सरकार श्री अभय ठाकुर, विश्व हिंदी सचिवालय  मॉरीशस के मुख्य सचिव माननीय श्री विनोद कुमार मिश्र, हिंदी प्रचारिणी सभा के अध्यक्ष श्री यंतु देव बुधु, परिकल्पना के संपादक श्री रवीन्द्र प्रभात साथ ही मॉरीशस एवं भारत के अनेक गणमान्य साहित्यकारों, संस्कृतिकर्मियों, रंगकर्मियों, और सौ-डेढ़ सौ  हिंदी प्रेमियों की उपस्थिति में  श्री धनराज शंभु जी के साथ कार्यक्रम को संचालन करती मैं,हिंदी उत्सव सम्मान ग्रहण करती, काव्य पाठ करती, अंतर्राष्ट्रीय मंच पर नाटक में सूत्रधार का कार्य वहन  करती मैं,

     सुखद एहसास के तले दबी- दबी- सी मैं ..... प्यारी सहेली की सरस्वती वंदना, शिव पूजन जी के गणपती वंदन  से गुंजित पावन वेला में, कई पुस्तकों के लोकार्पण की गवाह बनती, सभी मूर्धन्य साहित्यकारों के गीत-गजल, पहाड़ी काव्य प्रस्तुति के बीचों-बीच, डॉ. प्रतिमा वर्मा व राजीव प्रकाश जी के नाटकों के बीच डुबकी लगाती मैं कैसे भूलूँ उन पलों को ? 8 सितंबर अंतिम दिन बारिश का मौसम, ठंडी हवाएँ , मेरी व्याप्त आँखों में, मेरी व्याप्त साँसों में उमड़ आई सागर की लहरें ... भागी-भागी –सी मैं ब्लू सफारी डाइवर के पास  और फिर सब मरीन में रुका हुआ वक़्त, पूरे  आसमान का रंग  सिमट आया पारदर्शी जल के अंतस में ...मछलियों, नील नाही के तल की सुंदरता को देख मन प्लावन ...आहा ॥हे ईश! जल,थल,आसमान अंतस को भिगाता तू और गुलाबी नसों से उमड़ती छाती की धड़कन से महकती मैं...
सामान  धरे निकल पड़ी केजीला की ओर ...

     मिस्टर जेफ़ के संग सफर यादगार सफर ... प्रकृति को आत्मसात करती हुई , मुड़िया पहाड़ के पास सिर नवाटी हुई, स्थानीय मार्केट की सैर करती, भाजी- दुकानों में लीची, पपीता देखती, दम बिरियानी खाती हुई जा पहुंची मेरे प्यारे शेर व शेरनियों के पास....खुला आकाश, खुली धरती, मुक्त विचरण करते मूक जानवर, रंग-बिरंगे पंछी, पंख फैलाता मोर, धीमी चाल चलते कछुए, नन्हें ऑस्ट्रिच, हिरणों की ज़ेब्रा की झुंड, अनोखी प्रकृति, अनोखी भाषा फिर से मिलने की प्रत्याशा ...
फ्लाइट के रद्द होने की खुशी कहूँ या गम मिश्रित भावों से रात गुजरी ...अगले दिन सब से विदा लेने का मन नहीं किया...आखिर बिछड़े ही कब ?
धन्यवाद मॉरीशस !!! धन्य परिकल्पना !!
हृदय के भाव शब्द पाखी से उड़ गए, शब्दों में समाए समय बिखर गए 'परिकल्पना' के ताड़ पत्री पर ...भाषा इस कलरव को क्या कहेगी नहीं पता पर मेरे लिए यह शब्द यज्ञ है !!!!

--सुनीता प्रेम यादव
औरंगाबाद,महाराष्ट्र   
(Friday, March 11, 2022)
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              (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-सुनीता यादव.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-24.12.2022-शनिवार.