साहित्यशिल्पी-भारतीय महिलाएं और मानवाधिकार [आलेख]-

Started by Atul Kaviraje, December 25, 2022, 09:31:13 PM

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Atul Kaviraje

                                     "साहित्यशिल्पी"
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मित्रो,

     आज पढते है, "साहित्यशिल्पी" शीर्षक के अंतर्गत, सद्य-परिस्थिती पर आधारित एक महत्त्वपूर्ण लेख. इस आलेख का शीर्षक है- "भारतीय महिलाएं और मानवाधिकार [आलेख]" 

       भारतीय महिलाएं और मानवाधिकार [आलेख]- सुशील कुमार शर्मा--
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     महिलाओं के अधिकारों को सुरक्षित करने के लिए कानून - महिलाओं के अधिकार और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निम्नलिखित विभिन्न कानूनों का प्रावधान है।

1 घरेलू हिंसा अधिनियम (2005) से महिलाओं का संरक्षण घरेलू हिंसा के सभी तरीकों से भारत में महिलाओं की रक्षा के लिए एक व्यापक कानून है। इसमें उन महिलाओं को भी शामिल किया गया है जो दुर्व्यवहार की शिकार हैं / और किसी भी तरह की शारीरिक, यौन, मानसिक, मौखिक या भावनात्मक हिंसा से प्रताड़ित हैं।
2 महिलाओं की तस्करी (रोकथाम) अधिनियम (1956) -इसमें वाणिज्यिक यौन शोषण के लिए तस्करी की रोकथाम के लिए प्रमुख कानून है। दूसरे शब्दों में, यह महिलाओं और लड़कियों की तस्करी को रोकता है और महिलाओं को वेश्यावृति के धंधे लगाने पर लगाम लगाता है।
3 महिलाओं का अश्लील प्रतिनिधित्व (निषेध) अधिनियम (1986) -विज्ञापनों के माध्यम से प्रकाशनों, लेखों, चित्रों, आंकड़ों या किसी अन्य तरीके से महिलाओं के अश्लील प्रतिनिधित्व को प्रतिबंधित करता है।
4 सती प्रथा (रोकथाम) अधिनियम (1987) यह कानून सती प्रथा जैसी कुरीतियों पर रोकथाम प्रदान करता है और महिलाओं की महिमा और अधिक प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करने में सहायक है।
5 दहेज निषेध अधिनियम (1961) में महिलाओं से शादी के बाद या उससे पहले या किसी भी समय दहेज देने या लेने पर प्रतिबंध है।
6 मातृत्व लाभ अधिनियम (1961) बाल-जन्म से पहले और उसके बाद निश्चित अवधि के लिए कुछ प्रतिष्ठानों में महिलाओं के रोजगार को नियमन करता है और मातृत्व लाभ और कुछ अन्य लाभ प्रदान करता है।
7 गर्भावस्था अधिनियम (1971) यह अधिनियम मानवीय और चिकित्सीय आधार पर पंजीकृत चिकित्सकीय चिकित्सकों द्वारा निश्चित गर्भधारण की समाप्ति के अधिकार प्रदान करता है।
8 पूर्व संकल्पना और प्री-नेटाल डायग्नॉस्टिक टेक्निक्स (सेक्स चयन का प्रतिबंध) अधिनियम (1 99 4) गर्भधारण से पहले या बाद में लिंग चयन पर रोक लगाता है और लिंग भेदभाव के लिए सेक्स निर्धारण के लिए जन्मपूर्व नैदानिक ​​तकनीकों का दुरुपयोग रोकता है।
9 समान पारिश्रमिक अधिनियम (1976) समान कार्य या समान प्रकृति के काम के लिए पुरुष और महिला दोनों श्रमिकों को समान पारिश्रमिक के भुगतान के लिए प्रदान करता है। यह महिलाओं के भर्ती और सेवा परिस्थितियों में सेक्स के आधार पर भेदभाव को रोकता है।
10 मुस्लिम विवाह अधिनियम (1939) यह अधिनियम मुस्लिम पत्नी को उसके विवाह के विघटन की तलाश करने का अधिकार देता है।
11 मुस्लिम महिला (तलाक पर अधिकारों का संरक्षण) अधिनियम (1 9 86) उन मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा करता है जो तलाक शुदा हैं।
12 पारिवारिक विवादों के त्वरित निपटारे के लिए पारिवारिक न्यायालय अधिनियम (1 9 84) परिवार न्यायालयों की स्थापना के लिए अधिकार प्रदान करता है।
13 भारतीय दंड संहिता (1860) में दहेज मृत्यु, बलात्कार, अपहरण, क्रूरता और अन्य अपराधों से भारतीय महिलाओं की रक्षा के प्रावधान हैं।
14 दंड संहिता की संहिता (1 9 73) में महिलाओं के दायित्व की तरह महिलाओं के लिए कुछ सुरक्षा उपायों की, महिला पुलिस द्वारा महिला की गिरफ्तारी इत्यादि को निर्धारित करता है ।
15 भारतीय ईसाई विवाह अधिनियम (1872) इसमें ईसाई समुदाय के बीच विवाह और तलाक से संबंधित प्रावधान शामिल हैं।
16 कानूनी सेवा प्राधिकरण अधिनियम (1 9 87) भारतीय महिलाओं के लिए नि: शुल्क कानूनी सेवाएं प्रदान करता है।
17 हिंदू विवाह अधिनियम (1 9 55) ने मोनोगैमी की शुरुआत की और कुछ निश्चित आधार पर तलाक की अनुमति दी। शादी और तलाक के संबंध में इस अधिनियम में भारतीय पुरुष और महिला को समान अधिकार प्रदान किया।
18 हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम (1 9 56) ने पुरुषों के साथ समान रूप से माता-पिता की संपत्ति का अधिकार देने के लिए महिलाओं के अधिकार को संरक्षित किया है ।
19 न्यूनतम मजदूरी अधिनियम (1 9 48) पुरुष और महिला श्रमिकों के बीच भेदभाव या महिलाओं के लिए पुरुष से कम मजदूरी की अनुमति नहीं देता है।
20 खदान अधिनियम (1952) और कारखाना अधिनियम (1948) ने सुबह 6 बजे से शाम को 7 के बीच महिलाओं के रोजगार का निर्धारण किया है। इस अधिनियम में उक्त समय में खानों और कारखानों में और उनकी सुरक्षा और कल्याण के अधिकार की बात कही गई है।

--सुशील कुमार शर्मा
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                      (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-साहित्यशिल्पी.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-25.12.2022-रविवार.