साहित्यशिल्पी-ग्लोबलगिविंग की भारत में संभावनाभरी दस्तक ! -

Started by Atul Kaviraje, January 01, 2023, 10:00:36 PM

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Atul Kaviraje

                                    "साहित्यशिल्पी"
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मित्रो,

     आज पढते है, "साहित्यशिल्पी" शीर्षक के अंतर्गत, सद्य-परिस्थिती पर आधारित एक महत्त्वपूर्ण लेख. इस आलेख का शीर्षक है- "ग्लोबलगिविंग की भारत में संभावनाभरी दस्तक !" 

      ग्लोबलगिविंग की भारत में संभावनाभरी दस्तक! - [आलेख]- ललित गर्ग--
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     भारत सरकार का अनुमान है कि अमेरिका और ब्रिटेन में 60 लाख से अधिक गैर निवासी भारतीय एवं भारतीय मूल के लोग रहते हैं। ब्रिजस्पेन ग्रुप की एक शोध रिपोर्ट के अनुसार अगर अमेरिका में प्रवासी भारतीयों का धार्मिक कार्यों में योगदान वहां की अन्य आबादी के समान आय वर्ग के अनुरूप था और उन्होंने उसमें से चालीस प्रतिशत परोपकारी सहायता के लिए भारत को चुना है। इस तरह 8000 करोड़ का अतिरिक्त फण्ड इस तरह के दाताओं के द्वारा भारतीय सामाजिक कार्यों के लिए भारत की ओर अग्रसर हो सकेगा, जिससे भारत में न केवल नवीन योजनाओं का आगाज होगा बल्कि आधी-अधूरी पड़ी योजनाएं भी पूरी हो सकेगी। ग्लोबलगिविंग का भारत में सक्रिय होने से अनेक फायदें हैं। इसके माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय दानदाताओं को भारत के गैर सरकारी संगठनों में सहायता के लिए प्रोत्साहित करने हेतु इन संगठनों की पारदर्शिता एवं प्रामाणिकता के बारे में आश्वस्त किया जा सकता है क्योंकि वे एक व्यापक अनुशासन एवं पारदर्शी प्रक्रिया के अंतर्गत वहां सहायता के लिए तत्पर होंगे।

     भारत स्थित सामाजिक उद्यम आनलाइन धन उगाहने या इम्पैक्ट गुरु के माध्यम से धन अनुदान जुटाने के लिए पात्र होंगे। ग्लोबलगिविंग के साथ इम्पैक्ट गुरु के करार से न केवल भारत बल्कि दक्षिणपूर्व एशिया के सिंगापुर, हांगकांग, मलेशिया, थाईलैंड, फिलीपींस, इंडोनेशिया सहित अनेक देशों में गैर-लाभकारी संस्थाओं और सामाजिक उद्यमों को इम्पैक्ट गुरु के माध्यम से धन उगाहने के लिए सक्षम करेगी। इम्पैक्ट गुरु के संस्थापक श्री पीयूष जैन ने इस करार के संबंध में अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इम्पैक्ट गुरु भारत में अपनी क्राउडफडिंग गतिविधियों को प्रारंभ करने से पहले लगभग एक दशक तक का समय भारत से बाहर के देशों में बिताया है। हम प्रवासी भारतीयों को कर लाभ देने एवं भारत के गैर सरकारी संगठनों को प्रदत्त की जाने वाली सहायता की पारदर्शिता के लिए तत्पर होंगे। ग्लोबलगिविंग के साथ भागीदारी को लेकर अति उत्साहित एवं रोमांचित श्री जैन ने कहा कि हम भारत के लिए क्राउडफडिंग को लेकर उदासीनता की स्थितियों को दूर कर सकेंगे और भारत के दुनिया भर में फैले लोगों को क्राउडफडिंग के लिए एक सशक्त एवं अनुकूल मंच दे सकेंगे। उधर ग्लोबल गिविंग भी भारत में सक्रिय होकर आशावादी है। उसके एक प्रवक्ता एवं मुख्य नेटवर्क अधिकारी जान हेकलिंगर का एक बयान इकानोमिक टाइम्स में छपा है, जिसमें उन्होंनें कहा कि ग्लोबलगिविंग इम्पैक्ट गुरु के साथ सहभागी बनकर अति उत्साहित हैं। इम्पैक्ट गुुरु के सहयोग से भारत के गैर सरकारी संगठनों के लिए भारत, अमेरिका और ब्रिटेन के दानदाताओं को एक सशक्त मंच लेन देन के लिए प्रस्तुत करेगा। ग्लोबलगिंविग की इम्पैक्ट गुरु के साथ इस साझेदारी से वैश्विक सामाजिक क्षेत्र को यह जानने में मदद मिलेगी कि दानदाता और गैर सरकारी संगठन स्थानीय और वैश्विक स्तर पर कैसे काम करते हैं।

--ललित गर्ग
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                     (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-साहित्यशिल्पी.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-01.01.2023-रविवार.