II श्री गणेशाय नमः II-गणेश भजन-हे शिव के लाला अरज सुनों हम शरण तुम्हारी आये हैं

Started by Atul Kaviraje, January 03, 2023, 09:22:53 PM

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Atul Kaviraje

                                 II श्री गणेशाय नमः II
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मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज मंगळवार. श्री गणेश वार. आज ऐकुया श्री गणेश भजन. या भजनIचे बोल आहेत- "हे शिव के लाला अरज सुनों हम शरण तुम्हारी आये हैं"

                                  श्री गणेश भजन
                "हे शिव के लाला अरज सुनों हम शरण तुम्हारी आये हैं"
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हे शिव के लाला अरज सुनों,
हम शरण तुम्हारी आये हैं,
 
ठुकराना हमको देवा,
इस जग के हम ठुकराए हैं,

दुनियां रूठे तो रूठा करे,
हमसे नाराज ना होना तूम,
तुमसे ही मंगल करता हो,
बड़ी आस लगा कर आये हैं,
हे शिव के लाला अरज सुनों,
हम शरण तुम्हारी आये हैं,
 
ठुकराना हमको देवा,
इस जग के हम ठुकराए हैं,

भव सागर सामने है तो क्या
हमको कोई भी फ़िक्र नहीं,
मजधार डूबा या पार लगा,
ये ठान के द्वारे आये हैं,
हे शिव के लाला अरज सुनों,
हम शरण तुम्हारी आये हैं,
 
ठुकराना हमको देवा,
इस जग के हम ठुकराए हैं,

उसका अमंगल ना होता कभी,
सबसे पहले तुझे पूजे जो,
अपने वंदन में हे देवा,
तेरे गुण गान ही गाएं हैं,
हे शिव के लाला अरज सुनों,
हम शरण तुम्हारी आये हैं,
 
ठुकराना हमको देवा,
इस जग के हम ठुकराए हैं,

शिव शंकर और सब देवों की,
तुझ पर ही विशेष रही,
तेरे नटखट पन शंकर नंदन,

सब देवो के मन भाए है 
हे शिव के लाला अरज सुनों,
हम शरण तुम्हारी आये हैं,
 
ठुकराना हमको देवा,
इस जग के हम ठुकराए हैं,

तू चाहे तो बलहीनों में,
बल का संचार करे,
वो निर्बल भी बलवान बनें,
जो चरणों में शीश झुकाए हैं,
हे शिव के लाला अरज सुनों,
हम शरण तुम्हारी आये हैं,

ठुकराना हमको देवा,
इस जग के हम ठुकराए हैं,

कलयुग में तुमसा फलदायक,
कोई और मिला ना है देवा,
खाली झोली लेकर आए,
तेरे द्वार से भर ले जाएँ हैं,
हे शिव के लाला अरज सुनों,
हम शरण तुम्हारी आये हैं,

ठुकराना हमको देवा,
इस जग के हम ठुकराए हैं,

रिद्धि सिद्धि और लक्ष्मी माँ,
आ जाए वहाँ तू रहे जहाँ,
इस बार मेरे घर में तू आ,
ये आस लिए हम आये हैं,
हे शिव के लाला अरज सुनों,
हम शरण तुम्हारी आये हैं,

ठुकराना हमको देवा,
इस जग के हम ठुकराए हैं,

दरबार तेरे और द्वार तेरे,
आनंद की बारिश होती है,
शरणागत पर देवा तूने,
खुशियों के मेघ बरसायें हैं,
हे शिव के लाला अरज सुनों,
हम शरण तुम्हारी आये हैं,

ठुकराना हमको देवा,
इस जग के हम ठुकराए हैं,

--SINGER UNKNOWN
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                     (साभार एवं सौजन्य-गणेश जी के भजन लिरिक्स)
                           (संदर्भ-हिंदी भजन लैरिकस.को.इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-03.01.2023-मंगळवार.