निबंध-क्रमांक-129-वायुयान यात्रा पर निबंध-अ--

Started by Atul Kaviraje, January 05, 2023, 09:43:43 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

                                      "निबंध"
                                    क्रमांक-129
                                   ------------

मित्रो,

      आईए, पढते है, ज्ञानवर्धक एवं ज्ञानपूरक निबंध. आज के निबंध का शीर्षक है- " वायुयान यात्रा पर निबंध"

   वायुयान यात्रा पर निबंध-Essay on Aeroplane(airplane) Travel--अ--
  ------------------------------------------------------------------

     चाहे आप बैलगाड़ी से यात्रा करें या रेलगाड़ी से, चाहे आप द्विचक्र यान (साइकिल) से यात्रा करें या जलयान से, पर यात्रा का आनंद क्या है? बस की यात्रा में तो आदमी बेबस हो जाता है। पर, वायुयान की यात्रा का सुख क्या है, उसे सामान्य जन क्या समझें? आदेश हो, तो एक छोटा उदाहरण उपस्थित करूँ। मान लीजिए, आपको राँची से पटना ही जाना हो। रेलगाड़ी से आपको चार सौ बारह किलोमीटर की दूरी तय करनी होगी। सड़क से आपको तीन सौ पैंतीस किलोमीटर की दूरी तय करनी होगी। यदि आप रेल से यात्रा करते हैं, तो आपको बारह घंटे का समय गँवाना पड़ता है, यदि आप बस से यात्रा करते हैं, तो आपको लगभग दस घंटे का समय नष्ट करना पड़ता है, यदि आप अपनी मोटरगाड़ी से यात्रा करते हैं, तो आपको लगभग तो देह की हड्डी-पसली ढीली कराकर लगभग छत्तीस घंटे का समय जाया करना पड़ता पर, यदि आप वायुयान से यात्रा करते हैं, तो महज पच्चीस-तीस मिनटों में आप राँची से पटना पहुँच जाते हैं।

     आपको राँची से पटना जाना है। इंडियन एयर लाइंस से टिकट खरीदिएं। नियत समय पर हवाई अड्डा पहुँच जाइए। सुरक्षा-जाँच कराकर वायुयान पर सवार हो जाइए। वायुयान का दरवाजा बंद होते ही सुशोभना लिपिस्टिकरंजिता विमान-परिचारिका टे में टॉफी लिए आपके सामने उपस्थित हो जाएगी। थोड़ी देर के बाद आपको सूचना दी जाएगी-हम अपने मुख्य वैमानिक कैप्टन मेहरोत्रा तथा उनके कर्मचारियों की ओर से इस उड़ान में सम्मिलित होनेवाले यात्रियों का स्वागत करते हैं। राँची से पटना तक की दूरी तीस मिनटों में तय की जाएगी। विमान उड़ चला। आनन-फानन में आप पटना पहुँच गए। फिर, विमान-परिचारिका माइक से कहेगी-मैं कैप्टन मेहरोत्रा तथा उनके कर्मचारियों की ओर से आपसे विदा लेती हूँ। आशा है, आपकी यात्रा सुखद रही। आपकी सूचना के लिए बाहर का तापमान तीस डिग्री सेलसियस है आदि।

     और, आप सानंद वायुयान से उतर गए। वायुयान-यात्रा में न केवल आपका बहमल्य समय बचता है, वरन् धूल, गर्द, गुब्बार, सर्दी, गर्मी आदि सबसे बच जाते हैं। जिस ताजगी और सफाई से आप राँची से चले थे, उसी ताजगी और सफाई से आप पटना पहुंच गए।

     आप जरा सोचिए तो, राँची से आप रेलगाड़ी से पतरातू जा रहे हैं, दूरी लगभग 40 किलोमीटर है, आपका पाँच-छह घंटे का समय नष्ट हो जाता है। पर, लंदन से वाशिंगटन वायुयान से जाते हैं, तो लगभग पाँच हजार सात सौ किलोमीटर की दूरी महज छह घंटे में आराम से तय कर लेते हैं। आप दिल्ली से लंदन वायुयान से जाना चाहते हैं। दुरी है लगभग छः हजार सात सौ किलोमीटर। आप वायुयान की प्रथम श्रेणी की शायिका का टिकट खरीदें, आराम से सोए हुए महज आठ घंटे में पहुँच जाएँ। क्या मजा है।

--सतीश  कुमार
(मार्च 26, 2021)
-----------------

                        (साभार एवं सौजन्य-माय हिंदी लेख.इन)
                      ------------------------------------

-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-05.01.2023-गुरुवार.