II ओम नमः शिवाय II-शिव शंकर भक्ती-भजन-कैलाश निवासी हो तुम तो अविनाशी हो

Started by Atul Kaviraje, January 23, 2023, 08:28:47 PM

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Atul Kaviraje

                                   II ओम नमः शिवाय II
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मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज श्री शंकराचा वार, सोमवार. आज मी तुम्हाला शंकराचे  भक्ती-भजन ऐकवीत आहे. फारच लोकप्रिय असे हे भजन, या भजनIचे  बोल आहेत - "कैलाश निवासी हो तुम तो अविनाशी हो"

                                शिव शंकर भक्ती-भजन
                          "कैलाश निवासी हो तुम तो अविनाशी हो"
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                  (फ़िल्मी तर्ज - ऐतबार नहीं करना)
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कैलाश निवासी हो
तुम तो अविनाशी हो
मरघट में भी रहके
आप घट घट के वाशी हो

जिसके तू करीब है
बड़ा खुशनसीब है
मौत भी करे क्या उसका
जो तेरे करीब है
हर हर सुखदासी हो,
प्रभु वेदप्रकाशी हो
मरघट में रहके भी
आप घट घट के वाशी हो

बदली है कितनी तूने,
फूटी तकदीरें
तोड़ डाली पल में तूने,
दुखों की जंजीरें
संकट के नाशी हो,
प्रभु तुम दुखनाशी हो
मरघट में रहके भी
आप घट घट के वाशी हो

आंखों में आंसू भरके
जब कोई बुलाएगा
सुनके आहें ये भक्तों की
दौड़ा चला आएगा
विषधर सन्यासी हो,
प्रभु तुम अविनाशी हो
मरघट में रहके भी
आप घट घट के वाशी हो

--गायक- मुकेश कुमार मीना
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             (साभार आणि सौजन्य-शिवजी के भजन-महादेवा शिवरात्रि स्पेशल)
                            (संदर्भ-हिंदी भजन लैरिकस.को.इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-23.01.2023-सोमवार.
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