II 26 जनवरी-गणतंत्र दिवस II-कविता-7-क्यों मनाते हम गणतंत्र दिवस

Started by Atul Kaviraje, January 26, 2023, 11:40:25 AM

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Atul Kaviraje

                                 II 26 जनवरी-गणतंत्र दिवस II
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मित्रो,

आज दिनांक-२६.०१.२०२३-गुरुवार है. हमारे भारत देश का यह राष्ट्रीय दिन "गणतंत्र दिवस" कहलातI है. 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू किया गया। भारत को पूर्ण गणतंत्र घोषित किया गया। इस वजह से हर साल 26 जनवरी का दिन राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस के तौर पर मनाया जाता है। भारतीय संविधान का निर्माण डॉ बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर द्वारा किया गया था, जिसमें 2 साल, 11 महीने और 18 दिन का समय लगा। मराठी कविताके मेरे सभी भाई-बहन, कवी-कवयित्रीयोको गणतंत्र दिवस कि बहोत सारी हार्दिक शुभकामनाये. आईए, पढते कुछ है कविताये-रचनाये. 

                             "क्यों मनाते हम गणतंत्र दिवस"
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क्या तुम्हें पता है 26 जनवरी, भारत में पहली बार कब मना था।

क्या तुम्हें ज्ञात है इसका इतिहास, कितना गौरवशाली था।

क्या जानते हो अपने पूर्वजों को, जिन्होंने आजादी के लिए जंग लड़े।

क्या तुम्हें पता है अपना संविधान, जिसमें तुम्हारे अधिकार लिखे हैं।

आओ बताती हूं मैं सब को, क्यों गणतंत्र दिवस हम मनाते हैं।

क्यों 26 जनवरी को हर वर्ष, हम तिरंगा लहराते हैं।

बहुत पुराना है इसका इतिहास, जब 1930 में नेहरू कांग्रेस के अध्यक्ष बने।

फिर उन्होंने 26 जनवरी को आजादी, के उत्सव का ऐलान किया।

ब्रिटिश सरकार की तानाशाही ने, इसको न स्वीकार किया।

अधूरा रह गया वह ख्वाब, जिसका नेहरू जी को बहुत अफसोस हुआ।

फिर कुछ वर्ष बीत गये, जब 1947 में हमें आजादी मिली।

फिर जरूरत पड़ी अपने संविधान की, जिसे बनाने में लगभग 3 वर्ष लगे।

26 नवंबर का वह शुभ दिन था, जब संविधान बन कर तैयार हुआ।

और लोगों में इसे पाने के लिए, उत्सव का माहौल भी था।

26 जनवरी 1950 को हमने, पहला गणतंत्र दिवस मनाने का ऐलान किया।

और नेहरू जी के अधूरे स्वप्न को, सब ने मिलकर साकार किया।

आजादी तो पहले ही मिल चुकी थी, पर हमारे पास न कोई अधिकार थे।

संविधान का उपहार हमें मिला था, इसी वजह से ये दिन खास हुआ।

इसी लिये हम हर वर्ष, अपना गणतंत्र दिवस मनाते हैं।

तिरंगे को लहराकर हम सब, अपनी खुशी दर्शाते हैं।

और देश प्रेम की भावना से हम भारतवासी भर जाते हैं।

--अर्चना सिंह
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                       (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-हिंदी की दुनिया.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-26.01.2023-गुरुवार.
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