II गुडी पाडवा II-कविता-4

Started by Atul Kaviraje, March 22, 2023, 10:52:27 AM

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Atul Kaviraje

                                    II गुडी पाडवा II
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मित्रो,

     आज दिनांक-२२.०३.२०२३-बुधवार है. आज "गुडी पाडवा" है. गुडी पडवा के दिन हिन्दू पंचांग का शुभारम्भ होता हैं. देश में उत्साह से यह पर्व मनाया जाता हैं सभी एक दुसरे को नव वर्ष की बधाई देते हैं. खासतौर पर महाराष्ट्र में इस त्यौहार पर धूम देखी जाती हैं. पुरे उत्साह, रीति रिवाज एवम संस्कारों के साथ यह त्यौहार मनाया जाता हैं . मराठी कविताके मेरे सभी भाई-बहन कवी-कवियित्रीयोको गुडी पाडवा की हार्दिक शुभकामनाये. आईए, पढते है, गुडी पाडवा की कुछ रचनाये-कविताये.

"आज गुड़ी-पड़वा का पवन बेला"--

आज गुड़ी-पड़वा का पवन बेला,
हर आंगन में रंगोली का मेला।
चल सखी !आम्र-पत्र से द्वार सजाएँ,
घट-जल-पत्र बीच नारियल बिठायें।
नीम-गुड़ी को,तेल-हल्दी-गर्मजल सह स्नान कराएं,
रेश्मिवस्त्र,श्वेत-माल्य डाल,चाँदीकलश उल्टा लटकाएं।
नीमपुष्प-पत्र सह श्रीअंकन,ज्यूँ उच्च मस्तक बन,
बताये,सम्मानीयभाव से ईश्वर को सर्वसमर्पित कर।
आ..सखी..आ !गुड़ी पड़वा से द्वार सजाएं,
चैत्रमास का ईश्वरीय सम आमंत्रण करें।

--"मन"[बावरी]
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                       (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-अमर उजाला.कॉम)
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------संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-22.03.2023-बुधवार.
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