दिन-विशेष-लेख-जागतिक डॉक्टर दिवस

Started by Atul Kaviraje, March 30, 2023, 11:50:07 AM

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Atul Kaviraje

                                   "दिन-विशेष-लेख"
                                "जागतिक डॉक्टर दिवस"
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मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज दिनांक-३०.०३.२०२३-गुरुवार आहे, मार्च ३० हा दिवस "जागतिक डॉक्टर दिवस" म्हणूनही ओळखला जातो. वाचूया, तर या दिवसाचे महत्त्व, आजच्या या "दिन-विशेष-लेख" या शीर्षकI-अंतर्गत. 

     वैसे डॉक्टर डे 30 मार्च को मनाया जाता है (राजस्थान दिवस भी इसी दिन मनाया जाता है) परन्तु किसी कारणवश अब ये 1 जुलाई को मनाया जाने लगा.

                  राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस--

     "डॉक्टर की उपस्थिति इलाज की शुरुआत है"। इसलिए एक विशेष दिन हर साल 1 जुलाई को डॉक्टर्स डे के रूप में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य मानव जाति के लिए डॉक्टरों की मानवीय सेवा के योगदान को स्वीकार करना है।

     भारत में पहला डॉक्टर दिवस वर्ष 1991 में मनाया गया था। 1 जुलाई को भारत के सबसे प्रसिद्ध चिकित्सक - डॉ बिधान चंद्र रॉय की जयंती और पुण्यतिथि होती है। इसलिए यह देश में स्वास्थ्य क्षेत्र में उनके योगदान के लिए एक श्रद्धांजलि है।

                डॉ बीसीआरॉय के बारे में--

     डॉ बीसी रॉय का जन्म 1 जुलाई, 1882 को पटना, बिहार में हुआ था। उन्होंने कलकत्ता से मेडिकल स्नातक और लंदन में MRCP और FRCS की डिग्री पूरी की थी। उन्होंने 1911 में भारत में एक चिकित्सक के रूप में अपना चिकित्सा कैरियर शुरू किया। वह तब कलकत्ता मेडिकल कॉलेज में एक संकाय के रूप में शामिल हुए और बाद में कैंपबेल मेडिकल स्कूल और फिर कारमाइकल मेडिकल कॉलेज चले गए।

     वे एक प्रसिद्ध चिकित्सक और प्रसिद्ध शिक्षाविद् होने के साथ-साथ एक स्वतंत्रता सेनानी भी थे। सविनय अवज्ञा आंदोलन के दौरान वे महात्मा गांधी से जुड़ गए। बाद में वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता और तत्कालीन मुख्यमंत्री बनेपश्चिम बंगाल ।

     देश के लिए अपनी महान सेवा के 80 वर्ष दर्ज करने के बाद 1 जुलाई, 1962 को उनका निधन हो गया। भारतीय चिकित्सा परिषद (नेशनल मेडिकल कमीशन) ने उनकी स्मृति को बनाए रखने के लिए 1962 में डॉ. बीसी रॉय राष्ट्रीय पुरस्कार कोष की स्थापना की। डॉ बीसी रॉय राष्ट्रीय पुरस्कार की स्थापना वर्ष 1976 में चिकित्सा में विभिन्न शाखाओं में विशिष्टताओं के विकास को प्रोत्साहित करने के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं को पहचानने के लिए की गई थी। डॉ रॉय को 4 फरवरी, 1961 को महान भारतीय नागरिक पुरस्कार "भारत रत्न" से सम्मानित किया गया था।

                भारत में राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस समारोह--

     डॉक्टरों की महत्वपूर्ण भूमिकाओं और जिम्मेदारियों को पहचानने और उनकी सराहना करने के लिए भारत में राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाया जाता है। इस जागरूकता अभियान का वार्षिक उत्सव आम आदमी को डॉक्टरों द्वारा दी जाने वाली भूमिकाओं, महत्व और बहुमूल्य देखभाल के बारे में जागरूक होने में भी मदद करता है।

     सरकारी और गैर-सरकारी स्वास्थ्य सेवा संगठनों द्वारा वर्षों से राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाया जा रहा है। ताकि डॉक्टरों के योगदान से वाकिफ हो सकें। पूरे देश में परामर्श कार्यशालाएं, मुफ्त चिकित्सा जांच शिविर, सामान्य जांच परीक्षण शिविर आयोजित किए जाते हैं। स्कूल और कॉलेज स्तर पर भी गतिविधियां आयोजित की जाती हैं ताकि युवा छात्रों को चिकित्सा पेशे को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। मरीज ग्रीटिंग कार्ड, उपहार, गुलदस्ते आदि बांटकर अपने डॉक्टरों का अभिवादन करते हैं।

           (साभार आणि सौजन्य-संदर्भ-विकासपीडिया-इन.ट्रान्सलेट.goog/)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-30.03.2023-गुरुवार.
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