II श्री हनुमान जयंती II-शुभकामनाएं-10

Started by Atul Kaviraje, April 06, 2023, 02:16:08 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

                                    II श्री हनुमान जयंती II
                                   ---------------------

मित्रो,

     आज दिनांक-०६.०४.२०२३-गुरुवार है. आज "हनुमान जयंती" है. हनुमान जयन्ती एक हिन्दू पर्व है। यह चैत्र माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन हनुमानजी का जन्म हुआ था यह माना जाता है। हनुमान जी को कलयुग में सबसे प्रभावशाली देवताओं में से एक माना जाता है। मराठी कविताके मेरे सभी हिंदी भाई-बहन कवी-कवयित्रीयोको हनुमान जयंती की हार्दिक शुभकामनाये. आईए, पढते है, हनुमान जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं.

        भगवान् हनुमान ने इस धरती को पाप से मुक्त तथा अच्छाई की बुराई पर जीत दिलाने के लिए माता अंजनी के गर्भ से जन्म लिया था जिन पर सभी देवताओ का आशीर्वाद था इसीलिए उन्हें पवन पुत्र हनुमान भी कहा जाता था वह महादेव के अवतार थे | हनुमान जी जिस दिन को पैदा हुए थे उस दिन को हनुमान जयंती के नाम से जाना जाता है और यह दिन हर साल चैत्र माह की पूर्णिमा के दिन पड़ता है इसीलिए हम आपको हनुमान जयंती के कुछ स्टेटस बताते है जिन्हे आप फेसबुक एंड व्हाट्सएप्प पर शेयर कर सकते है |

=========================================
--मेरे तन मन में राम हैं,
मेरे रोम-रोम में राम हैं,
मेरे मन में भी
राम का ही नाम हैं.

--हनुमान लिपट जाये राम के चरण में
जब कष्ट हो तब हम आये आपकी शरण में
सीने में अपने राम को छुपा रखा है
हमने अपना पूरा जीवन आपको दे रखा है.

--आया जन्म दिवस राम भक्त हनुमान का,
अंजनीके लाल का, पवन पुत्र हनुमान का ,
बोलो सब मिलकर जयकार हनुमान की ,
सबको बधाई हो जन्म दिवस हनुमान की

--पहने लाल लंगोटा
हाथ में है सोटा
दुश्मन का करते हैं नाश
भक्तों को नहीं करते निराश.

--करूं मैं विनती तुमसे बारम्बार
कर दो प्रभु मेरा तुम बेडा पार
महिमा तुम्हारी सब भक्त हैं गाते
नंगे पग तेरे दर पर सब आते.

--हनुमान तुम बिन राम हैं अधूरे
करते तुमभक्तों के सपने पूरे
माँ अंजनी के तुम हो राजदुलारे
राम-सीता को लगते सबसे प्यारे.

--बजरंग जिनका नाम है।
सत्संग जिनका काम है।
ऐसे हनमंत लाल को मेरा बारम्बार प्रणाम है ।।
हनुमान जी कृपा आप पर निरंतर बनी रहे इसी शुभ कामनाओं के साथ
हनुमान जयंती की हार्दिक शुभ कामनाए एवम् बधाईया

--निराश मन में आशा तुम जागते हो
राम जी के नाम को सबको सुनाते हो
पर्वत जैसी निश्चलता है अंदर तुम्हारे
नर्म धूप की कोमलता है अंदर तुम्हारे

--प्रभु मुझ पर दया करना
मैं तो आया हूँ शरण तिहारी
तेरी प्यारी सी मनभावन मूरत
जब-जब देखूं मैं जाऊं बलिहारी.

--ये दुनिया जो रचे वो भगवान है
संकट जो दूर करे वो हनुमान है
जिससे रूठे ये सारा संसार है
बजरंगी करते उससे प्यार है.
=========================================

                     (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-हिंदी गाईड्स.इन)
                    ----------------------------------------

-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-06.04.2023-गुरुवार.
=========================================