II इस्टर संडे II-हे! पथ के साथी-कविता-3

Started by Atul Kaviraje, April 09, 2023, 10:45:11 AM

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Atul Kaviraje

                                    II इस्टर संडे II
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मित्रो,

     आज दिनांक-०९.०४.२०२३-रविवार है. आज "इस्टर संडे" है. ईस्टर का त्योहार गुड फ्राइडे के तीसरे दिन मनाया जाता है. ईसाई धर्म के लोग ईसा मसीह के पुनर्जन्म की खुशी में ये त्योहार सेलिब्रेट करते हैं. ऐसी मान्यताएं हैं कि प्रभु यीशु गुड फ्राइडे के तीसरे दिन पुनर्जीवित हुए थे. इसी घटना को ईस्टर संडे के नाम से जाना जाता है. मराठी कविताके मेरे सभी ख्रिस्ती भाई-बहन कवी-कवियित्रीयोको इस्टर संडे की बहोत सारी हार्दिक शुभकामनाये. इये, पढते है कुछ कविताये-रचनाये. 
     
                                ईश्वर पर कविताएँ--

              हे! पथ के साथी--

मेरे प्राणों में बसने वाले,
हे! मेरे ईश, मेरे स्वामी।
तम अंधकार को हरने वाले,
हे! भगवन, हे! अंतर्यामी।

विश्वास मेरा, मेरे जीवन में,
कभी नही डिगने पाए।
मेरी आशाओं के मोती कभी,
निज कुंठा वारीश में डूब न जाएं।

हे! पथ के साथी,
मेरे जीवन के विश्वास।
रहना हर दम साथ मेरे,
हे! परमपिता, हे! सर्वव्यापी।

सत्य का मैं करूँ अनुशरण,
वाणी में हो मेरे मृदुलता।
द्वेष, दम्भ से दूर रहूँ,
जीवन में हो केवल सरलता।

हरके जीवन से मेरे अज्ञान के तम,
कर दो जीवन को प्रकाशमान।
हे! सच्चिदानंद, हे परमानंद,
हे! परमब्रम्ह, हे! जगस्वामी।

--Nidhi Agarwal
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                    (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-पोएटरी ऍडव्हेंचर.इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-09.04.2023-रविवार.
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