II हरिशयनी एकादशी II-शुभकामना संदेश-1

Started by Atul Kaviraje, June 29, 2023, 12:25:22 PM

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Atul Kaviraje

                                 II हरिशयनी एकादशी II
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मित्रो,

     आज दिनांक-२९.०६.२०२३-गुरुवार है. आज "हरिशयनी एकादशी" है. देवशयनी एकादशी का महत्व-इस एकादशी को सौभाग्य की एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। पद्म पुराण का दावा है कि इस दिन उपवास या उपवास करने से जानबूझकर या अनजाने में किए गए पापों से मुक्ति मिलती है। इस दिन पूरे मन और नियम से पूजा करने से महिलाओं की मोक्ष की प्राप्ति होती है। मराठी कविताके मेरे सभी हिंदी भाई-बहन कवी-कवियित्रीयोको "हरिशयनी एकादशी" की बहुत सारी शुभकामनाये. आईए पढते है, शुभकामना संदेश.

     देवशयनी एकादशी सभी एकादशियों में सबसे श्रेष्ठ एकादशी होती है।विष्णु भगवान चार महीने के लिए योगनिद्रा में चले जाते हैं।भगवान विष्णु की पूजा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति है होती है।

     हिंदू धर्म में देवशयनी एकादशी (Devshayani Ekadashi) सभी एकादशियों में सबसे श्रेष्ठ एकादशी होती है। मान्यताओं के अनुसार इस दिन श्री हरि विष्णु भगवान चार महीने के लिए योगनिद्रा में चले जाते हैं। इसके बाद वह कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को स्वर्गलोक आते हैं। इन चार महीनों में शादी-विवाह, मुंडन जैसे मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं।

     इस दिन श्रद्धा पूर्वक भगवान विष्णु की पूजा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति है होती है और सभी पापों से मुक्ति मिलती हैं। इस मौके पर आप अपने करीबियों को कुछ खास संदेश भेजकर शुभकामनाएं भेज सकते हैं। 

     देवशयनी एकादशी (Devshayani Ekadashi Vrat Katha) में भगवान विष्णु पाताल लोक में आराम करते हैं। भगवान विष्णु के शयनकाल में चले जाने के बाद चार महीने की अवधि में सृष्टि का संचालन भगवान शिवजी और उनका परिवार करते हैं। इस शुभ दिन पूरे विधि-विधान से भगवान विष्णु की पूजा करने से मनोवांछित फल मिलता है। वहीं, सभी पापों से मुक्ति मिलती हैं। देवशयनी एकादशी के दिन पीला वस्त्र ही पहनें। भगवान विष्णु को पीला रंग अति प्रिय है।

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देवशयनी एकादशी के शुभ अवसर पर
भगवान विष्णु आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी करें।

शान्ताकारं भुजगशयनं पद्मनाभं सुरेशं
विश्वाधारं गगनसदृशं मेघवर्ण शुभाङ्गम् ।
लक्ष्मीकान्तं कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यम्
वन्दे विष्णुं भवभयहरं सर्वलोकैकनाथम् ॥
देवशयनी एकादशी की हार्दिक शुभकामनाएं।

विष्णु जिसका नाम हो
वैकुंठ जिनका धाम हो
देवशयनी एकादशी के शुभ अवसर पर
श्री हरि को शत-शत नमन

देवशयनी एकादशी के पावन अवसर पर श्रीहरि विष्णु
आपके सभी पापों का करें नाश
ऊं नमो भगवते वासुदेवाय नमः
देवशयनी एकादशी की हार्दिक शुभकामनाएं।

ताल बजे और बजे मृदंगा,
बजे श्री हरि की वीणा,
करें भगवान विष्णु की जय-जयकार
आषाढ़ी एकादशी पर करें उनका गुणगान

हर घर के आंगन में तुलसी,
तुलसी बड़ी महान,
जिस घर में ये तुलसी रहती,
वो घर स्वर्ग समान है।
देवशयनी एकादशी की शुभकामनाएं।

इन मंत्रों से भगवान विष्णु को सुलाएं व करें प्रसन्न--

सुप्ते त्वयि जगन्नाथ जगत सुप्तं भवेदिदम।
विबुद्धे त्वयि बुध्येत जगत सर्वं चराचरम।
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--डिजिटल टाइम्स नाउ
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                    (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-टाइम्स नाऊ हिंदी.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-29.06.2023-गुरुवार.
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