मोहरम-शायरी-8

Started by Atul Kaviraje, July 29, 2023, 06:31:58 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje


                                       "मोहरम"
                                      ----------

मित्रो,

     आज दिनांक-२९.०७.२०२३-शनिवार है. आज "मोहरम" है. ताज़िया : बाँस की कमाचिय़ों पर रंग-बिरंगे कागज, पन्नी आदि चिपका कर बनाया हुआ मकबरे के आकार का वह मंडप जो मुहर्रम के दिनों में मुसलमान सुनी लोग हजरत-इमाम-हुसेन की कब्र के प्रतीक रूप में बनाते है और दसवें दिन जलूस के साथ ले जाकर इसे दफन किया जाता है। मराठी कविताके मेरे सभी मुस्लिम भाई बहनोको मै यह दिन समर्पित करता हू. आईए, पढते है मुहर्रम पर शायरी.

     ताजिया पर शायरी कोट्स बधाई सन्देश : इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों की शहादत की याद में ताजिया मनाया जाता है | ताजिया इस्लामिक कैलेंडर अर्थात हिजरी संवत का प्रथम महीना है | इस महीने की शुरूआत में दस दिन तक शिया मुस्लिम इमाम हुसैन की याद में शौक मनाते हैं और ताजिया निकाला जाता है और एक - दुसरे को बधाई देते है | बदलते समय के अनुसार सभी लोग बधाई संदेश शेयर कर ताजिया की बधाई देते है |

     यहाँ आपको Tajiya Shayari Tajiya Status Quotes Tajiya Mubarak Shayari Whatsapp Status Tazia Mubarak Shayari Quotes New Special Tajiya 2022 Shayari Quotes In Hindi English Urdu में दिए गए है | इन ताजिया शायरी कोट्स बधाई सन्देश से अपने मित्रो व प्रियजनों को ताजिया की मुबारकबाद दे सकते है |

           ताजिया पर शायरी कोट्स बधाई सन्देश--

=========================================
न हिला पाया वो रब की मैहर को
भले जीत गया वो कायर जंग
पर जो मौला के दर पर बैखोफ शहीद हुआ
वही था असली और सच्चा पैगम्बर
******
करीब अल्लाह के आओ तो कोई बात बने
ईमान फिर से जगाओ तो कोई बात बने
लहू जो बह गया कर्बला में
उसके मकसद को समझो तो कोई बात बने
******
Hussain burnt the lamp with blood
fulfilled the ceremony-e-wafa
Husain did not get even a single drop of water
But Husain gave blood to Karbala
******
फिर आज हक़ के लिए जान फिदा करे कोई
वफ़ा भी झूम उठे यूँ वफ़ा करे कोई
नमाज़ 1400 सालों से इंतज़ार में है
हुसैन की तरह मुझे फिर अदा करे कोई
******
No break was found for Guru
Nothing got achieved even after Sitam
Yazid has got a head-a-hussain, but the defeat is that he still has not got bowed
******
एक दिन बड़े गुरुर से कहने लगी जमीन
है मेरे नसीब में परचम हुसैन का
फिर चाँद ने कहा मेरे सीने के दाग देख
होता है आसमान पर भी मातम हुसैन का
******
क्या हक़ अदा करेगा ज़माना हुसैन का
अब तक ज़मीन पे क़र्ज़ है सजदा हुसैन का
झोली फैला कर मांग लो मोमिनो
हर दुआ कबूल करेगा दिल हुसैन का
******
पानी की तलब हो तो एक काम किया कर
कर्बला के नाम पर एक जाम पिया कर
दी मुझको हुसैन इब्न अली ने ये नसीहत
जालिम हो मुक़ाबिल तो मेरा नाम लिया कर
=========================================

--Anil Saini
-------------

                        (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-rk अलर्ट.इन)
                       ------------------------------------

-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-29.07.2023-शनिवार.
=========================================