स्वतंत्रता दिवस-निबंध-14

Started by Atul Kaviraje, August 15, 2023, 02:22:25 PM

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Atul Kaviraje

                                    "स्वतंत्रता दिवस"
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मित्रो,

     आज दिनांक १५.०८.२०२३-मंगलवार है. आज भारत का "स्वतंत्रता दिवस" है. सन् 1947 में इसी दिन भारत के निवासियों ने ब्रिटिश शासन से स्‍वतंत्रता प्राप्त की थी। यह भारत का राष्ट्रीय त्यौहार है। लाल किले पर फहराता तिरंगा; स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर फहरते झंडे अनेक इमारतों व स्थानों पर देखे जा सकते हैं। प्रतिवर्ष इस दिन भारत के प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर से देश को सम्बोधित करते हैं। यह आज़ादी हमें 200 सालों की यातना, उत्पीड़न, युद्ध और बलिदान के बाद 15 अगस्त, 1947 को मिली. ब्रिटिश कोलोनियल शासन से कड़ी मेहनत से हासिल की गई यह आजादी लोकतंत्र का जश्न है. यह भारत के इतिहास में एक नये युग की शुरुआत का प्रतीक है। दशकों के अथक संघर्ष और बलिदान से सजी स्वतंत्रता की यात्रा कठिन थी। मराठी कविताके मेरे सभी हिंदी भाई-बहन कवी-कवयित्रीयोको इस दिन कि बहोत सारी हार्दिक शुभकामनाये. आइये पढते है एक महत्त्वपूर्ण निबंध.

            स्वतंत्रता दिवस में हर घर तिरंगा के आह्वान--

     इस वर्ष हम सब भारत के आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर "आजादी का अमृत महोत्सव"मना रहे हैं। इस अवसर पर सरकार के द्वारा हर घर तिरंगा अभियान शुरू हुआ था, जिसमें भारत वासियों को 13 से 15 अगस्त तक अपने अपने घरों में तिरंगा लगाने का अनुमति था। अगस्त 15 1947 को हमारा देश  ब्रिटिश शासन से पूरी तरह आजाद हुआ था। तब से इस दिन को हम सभी भारतवासी बहुत उत्साह और गौरव के साथ मनाते हैं।

     इस दिन सभी सरकारी दफ्तर,कार्यालयों में तिरंगा फहराया जाता है और राष्ट्रीय गाना "जन गन मन" गया जाता है। स्कूल कॉलेज में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है और मिठाइयां बांटी जाती है। कई स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों को याद किया जाता है।

            स्वतंत्रता दिवस के 75 साल--

     "आज़ादी का अमृत महोत्सव" उत्सव  पिछले 75 वर्षों में भारत द्वारा की गई तीव्र प्रगति और हर्ष उल्लास का एक त्यौहार है।  पूरे देश में आजादी की 75 वी जयंती बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया गया था। स्वतंत्र भारत के 75 साल पूरे होने की अवसर पर,स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के याद रखने के लिए भारत सरकार की एक पहल है। आजादी का अमृत महोत्सव के माध्यम से भारत अपने लोगों, संस्कृति और इतिहास का जश्न मना रहा है।

     आजादी का अमृत महोत्सव की यात्रा 12 मार्च 2021 को साबरमती आश्रम से शुरू हुई, प्रधानमंत्री श्री  नरेंद्र मोदी जी भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के 75 हफ़्ते लंबे समय आजादी का यह अमृत महोत्सव 15 अगस्त 2026 तक चलने की बांदा की है। आजादी का अमृत महोत्सव भारत के उन सभी लोगों को समर्पित है, जिनके द्वारा भारत विकास और समृद्धि के मार्ग पर है। स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृति में भारत सरकार द्वारा देश भर में आजादी का अमृत महोत्सव नाम से विभिन्न स्वतंत्रता कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं।

     इन कार्यक्रम में फोटो प्रदर्शन,विभिन्न प्रतियोगिता आदि शामिल है। कुछ स्थान पर आजादी का अमृत महोत्सव को दो भाग में प्रदर्शित किया गया है। महात्मा गांधी के आगमन से पहले का स्वतंत्रता आंदोलन और गांधी जी के नेतृत्व में स्वतंत्रता संग्राम। गांधी जी के आगमन से पूर्व लाल बाल पाल के नाम से प्रसिद्ध लाला लाजपत राय, लोकमान्य तिलक और बिपिन चंद्र पाल के योगदान को तस्वीरों के माध्यम से दर्शाया गया है। इसके साथ-साथ अन्य क्रांतिकारी के आंदोलन मैं उनकी भूमिका को बहुत ही अच्छी तरीके से  समझाया गया है। इनमें झांसी की रानी लक्ष्मीबाई,मंगल पांडे,राजा राममोहन राय,स्वामी दयानंद सरस्वती,स्वामी विवेकानंद, खुदीराम बोस,वीर सावरकर इत्यादि शामिल है।

              निष्कर्ष--

     15 अगस्त का दिन हर भारतीय के लिए बहुत महत्वपूर्ण दिवस है, जैसे भारत में रहने वाले  सभी जाति, धर्म, पथ, लिंग समुदाय के लोग मिलजुल कर बड़े ही धूमधाम और उल्लास  के साथ मनाते हैं। स्वतंत्रता दिवस के इस राष्ट्रीय पर्व पर सभी भारतीय मिलकर आजादी का जस मनाते हैं और अपने देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने और देश की प्रगति के पथ पर आगे बढ़ने के लिए संकल्प लेते हैं। इन दिन सभी भारतीयों को स्वतंत्रता की रक्षा करने का संकल्प लेना चाहिए।

--सुरेश कुमार
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                     (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-rte फोरम इंडिया.ऑर्ग)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-15.08.2023-मंगळवार.   
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