स्वतंत्रता दिवस-कविता-36

Started by Atul Kaviraje, August 15, 2023, 04:57:52 PM

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Atul Kaviraje

                                     "स्वतंत्रता दिवस"
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मित्रो,

     आज दिनांक १५.०८.२०२३-मंगलवार है. आज भारत का "स्वतंत्रता दिवस" है. सन् 1947 में इसी दिन भारत के निवासियों ने ब्रिटिश शासन से स्‍वतंत्रता प्राप्त की थी। यह भारत का राष्ट्रीय त्यौहार है। लाल किले पर फहराता तिरंगा; स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर फहरते झंडे अनेक इमारतों व स्थानों पर देखे जा सकते हैं। प्रतिवर्ष इस दिन भारत के प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर से देश को सम्बोधित करते हैं। यह आज़ादी हमें 200 सालों की यातना, उत्पीड़न, युद्ध और बलिदान के बाद 15 अगस्त, 1947 को मिली. ब्रिटिश कोलोनियल शासन से कड़ी मेहनत से हासिल की गई यह आजादी लोकतंत्र का जश्न है. यह भारत के इतिहास में एक नये युग की शुरुआत का प्रतीक है। दशकों के अथक संघर्ष और बलिदान से सजी स्वतंत्रता की यात्रा कठिन थी। मराठी कविताके मेरे सभी हिंदी भाई-बहन कवी-कवयित्रीयोको इस दिन कि बहोत सारी हार्दिक शुभकामनाये. आइये पढते है कुछ कविताये, रचनाये.

जहाँ अभी तक कई ओहदे काबिलियत से ज्यादा पहचान के मोहताज है
आप ही बताइए मैं कैसे कहूँ कि मेरा मुल्क आजाद है

हवेलियो से मुल्क की दास्ताँ न बताइए
शक्ल ए हिंदुस्तान तो फुटपाथ पर आबाद है

जहाँ अंधे है सरकारी कुर्सियों के ठेकेदार
वहां खुशहाली और न्याय की बाते सब बकवास है

जहाँ भूख से तडप से मरते है हजारो बच्चे
यह गोदामों में भरे अनाजों की सौगात है

जहाँ हजारों के पास झूठा बीपीएल कार्ड है
आप ही बताइए मैं कैसे कहूँ कि मेरा मुल्क आजाद है

जहाँ का व्यापारी पेट काटकर भरता है इनकम टैक्स
लेकिन भ्रष्टाचारियों की पेटी फिर भी धन से आबाद है

जहाँ सहुलतों की सीमा है सिर्फ स्मार्टफ़ोनों तक
वहां गरीब कैसे जाने हुआ कौनसी योजना का आगाज है

जहाँ लाखों के पास झूठी डिग्रीयों की किताब है
आप ही बताइए मैं कैसे कहूँ कि मेरा मुल्क आजाद है

जब देश में अत्याचार भ्रष्टाचार का विनाश होगा
जब आम नागरिक और उसके अधिकारों का विकास होगा

जब कोई बच्चा भूख की तडप से नहीं मरेगा
जब नन्हे नन्हे हाथों से कोई बाल मजदूरी नहीं करेगा

जब फुटपाथ से उठकर हर गरीब नये घर में आएगा
जब हर जरूरतमंद अपनी योजनाओं से लाभ पाएगा

जब हर इंसान की रूह कहेगी, हाँ यही असली विकास है

तब मैं खुद सारी दुनियां से कहूँगी
हाँ मेरा मुल्क सही मायनों में आजाद है

--यशस्वी शर्मा
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                        (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-एस्से ऑन हिंदी.इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-15.08.2023-मंगळवार.   
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