स्वतंत्रता दिवस-कविता-54

Started by Atul Kaviraje, August 15, 2023, 05:20:09 PM

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Atul Kaviraje

                                   "स्वतंत्रता दिवस"
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मित्रो,

     आज दिनांक १५.०८.२०२३-मंगलवार है. आज भारत का "स्वतंत्रता दिवस" है. सन् 1947 में इसी दिन भारत के निवासियों ने ब्रिटिश शासन से स्‍वतंत्रता प्राप्त की थी। यह भारत का राष्ट्रीय त्यौहार है। लाल किले पर फहराता तिरंगा; स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर फहरते झंडे अनेक इमारतों व स्थानों पर देखे जा सकते हैं। प्रतिवर्ष इस दिन भारत के प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर से देश को सम्बोधित करते हैं। यह आज़ादी हमें 200 सालों की यातना, उत्पीड़न, युद्ध और बलिदान के बाद 15 अगस्त, 1947 को मिली. ब्रिटिश कोलोनियल शासन से कड़ी मेहनत से हासिल की गई यह आजादी लोकतंत्र का जश्न है. यह भारत के इतिहास में एक नये युग की शुरुआत का प्रतीक है। दशकों के अथक संघर्ष और बलिदान से सजी स्वतंत्रता की यात्रा कठिन थी। मराठी कविताके मेरे सभी हिंदी भाई-बहन कवी-कवयित्रीयोको इस दिन कि बहोत सारी हार्दिक शुभकामनाये. आइये पढते है कुछ कविताये, रचनाये.

धन्य सुभग स्वर्णिम दिन तुमको,
धन्य तुम्हारी शुभ घड़ियाँ।
जिनमें पराधीन भारत माँ,
की खुल पाईं हथकड़ियाँ॥

भौतिक बल के दृढ़-विश्वासी,
झुके आत्मबल के आगे।
सत्य-अहिंसा के सम्बल से,
भाग्य हमारे फिर जागे॥

उस बूढ़े तापस के तप का,
जग में प्रकट प्रभाव हुआ।
फिर स्वतन्त्रता देवी का,
इस भू पर प्रादुर्भाव हुआ॥

नव सुषमा-युत कमला ने,
सब स्वागत का सामान किया।
कवि के मुख से स्वयं शारदा,
ने था मंगल-गान किया॥

जय-जय की ध्वनि से गुंजित,
नभ-मंडल भी था डोल उठा।
नव जीवन पाकर भूतल का,
कण-कण भी था बोल उठा॥

श्रद्धा से शत-शत प्रणाम
उन देश प्रेम-दीवानों को।
अमर शहीद हुए जो कर
न्यौछावर अपने प्राणों को॥

कितने ही नवयुवक स्वत्व
समरांगण में खुलकर खेले।
अत्याचारी उस डायर के
वार छातियों पर झेले॥

कितनों ने कारागृह में ही,
जीवन का अवसान किया।
अपने पावनतम सुध्येय पर,
सुख से सब कुछ वार दिया॥

कितनों ने हँस कर फाँसी को,
चूमा, मुख से आह न की।
सन्मुख अपने निश्चित पथ के,
प्राणों की परवाह न की॥

अगणित माँ के लाल हुए,
बलिदान देश बलिवेदी पर।
तब भारत माँ ने पाया,
ये दिवस आज का अति सुखकर॥

पन्द्रह अगस्त का यह शुभ दिन
कभी न भूला जायेगा।
स्वर्णाक्षर में अंकित होगा,
उच्च अमर पद पायेगा॥

– 15 अगस्त / महावीर प्रसाद 'मधुप'
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                        (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-परीक्षापॉईंट.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-15.08.2023-मंगळवार.   
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