रक्षाबंधन-निबंध-10

Started by Atul Kaviraje, August 30, 2023, 07:16:58 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

                                       "रक्षाबंधन"
                                      -----------

मित्रो,

     आज दिनांक-३०.०८.२०२३-बुधवार  है. आज "रक्षाबंधन" है. रक्षाबंधन शुभ त्योहार के अवसर पर बहनें भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनके लंबे उम्र की कामना करती हैं। वहीं भाई इस दिन बहनों को तोहफा देने के अलावा यह वचन भी देते हैं कि वे जीवनभर एक-दूसरे के सुख-दुख में उनका साथ देंगे। बहनें इस दिन अपने भाइयों के लिए उपवास भी रखती हैं। मराठी कविता के मेरे सभी हिंदी भाई-बहन, कवी-कवियित्रीयोको रक्षाबंधन त्योहार की बहोत सारी शुभकामनाये. आईये पढते है रक्षाबंधन एक महत्त्वपूर्ण निबंध.

              रक्षा बंधन का साहित्यिक प्रसंग--

     रक्षा बंधन का साहित्यिक प्रसंग में विभिन्न धार्मिक और साहित्यिक ग्रंथों में इसका उल्लेख मिलता है। भारतीय साहित्य में रक्षा बंधन के सम्बन्ध में कई प्रसिद्ध किस्से और कथाएं प्रचलित हैं। यहां कुछ उल्लेखनीय साहित्यिक प्रसंग हैं:--

1.महाभारत: भारतीय महाकाव्य, महाभारत में रक्षा बंधन का उल्लेख होता है, जैसे कि मैंने पहले वर्णित किया है। भगवान कृष्णा और द्रौपदी के बीच यह महत्वपूर्ण घटना रक्षा बंधन के प्रतीक के रूप में जानी जाती है।

2. श्रीमद्भागवतम्: श्रीमद्भागवतम् में भी रक्षा बंधन के प्रसंग की चर्चा होती है। इसमें भगवान कृष्णा और यशोदा माता के बीच भाई-बहन के प्रेम की भावुक कहानी दी गई है।

3. पञ्चतंत्र: पञ्चतंत्र कथाओं में भी रक्षा बंधन के प्रसंग का जिक्र  मिलता है। इसमें भाई-बहन के प्रेमपूर्वक संबंध को प्रस्तुत किया गया है।

4. कालिदास के काव्य: महान कवि कालिदास के रचित काव्य भारतीय साहित्य के महत्वपूर्ण हिस्से हैं। उनकी काव्य रचनाओं में भी भाई-बहन के प्रेम के सुंदर चित्रण की गई है।

     इनमें से कुछ ही उदाहरण हैं जो रक्षा बंधन के साहित्यिक प्रसंग को दर्शाते हैं। रक्षा बंधन के त्योहार को भारतीय साहित्य में विभिन्न रूपों में बयां किया गया है, जिससे इसके प्रतीकात्मक और सांस्कृतिक महत्व को बढ़ावा मिलता है।

              रक्षा बंधन का सामाजिक प्रसंग--

     रक्षा बंधन का सामाजिक प्रसंग भारतीय समाज में एक गहरे संबंध को दर्शाता है और समाज में भाई-बहन के बीच एकता, प्रेम, और सम्मान को प्रोत्साहित करता है। यह त्योहार भारतीय समाज में कई महत्वपूर्ण सामाजिक प्रसंगों के साथ जुड़ा हुआ है।

1.परिवार का महत्व: रक्षा बंधन एक परिवार के सदस्यों को एकता का संदेश देता है। इस दिन पर परिवार के सदस्य एकत्र होते हैं, और भाई-बहन के प्रेमपूर्वक संबंधों का आनंद लेते हैं।

2. समाजिक समरसता: रक्षा बंधन समाज में समरसता और सद्भावना को बढ़ावा देता है। यह त्योहार लोगों को एक-दूसरे के साथ अच्छे संबंधों की जरूरत को समझने को प्रेरित करता है।

3. भाई-बहन के संबंध: रक्षा बंधन भाई-बहन के संबंधों को मजबूत करता है और उन्हें प्यार और सम्मान का भाव विकसित करता है। इस त्योहार के माध्यम से भाई-बहन एक-दूसरे के साथ अपनी दिल की बातें और खुशियां साझा करते हैं।

4. महिलाओं के सम्मान: रक्षा बंधन एक महिला के लिए उसके भाई के प्रति अपने प्रेम का प्रतीक है। भाई अपनी बहन का सम्मान करता है और उसके सुरक्षा का प्रतिज्ञान करता है।

5. समाज में सद्भाव: रक्षा बंधन समाज में सद्भावना को बढ़ावा देता है, और लोगों के बीच समरसता बनाए रखने के लिए प्रेरित करता है।

     रक्षा बंधन का सामाजिक प्रसंग इसे भारतीय समाज में एक महत्वपूर्ण और सांस्कृतिक त्योहार बनाता है, जो भाई-बहन के बीच प्रेम, समरसता, और सम्मान को संरक्षित रखता है।

--शिवI
-------             

                         (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-अपबोर्ड.लिव्ह)
                        -------------------------------------

-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-30.08.2023-बुधवार. 
=========================================