दिन-विशेष-लेख-वायूसेना दिन (पाकिस्तान)-A

Started by Atul Kaviraje, September 07, 2023, 03:06:56 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

                                   "दिन-विशेष-लेख"
                              "वायूसेना दिन (पाकिस्तान)"
                             -------------------------

मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज दिनांक-07.09.2023-गुरुवार आहे.  0७ सप्टेंबर-हा दिवस "वायूसेना दिन (पाकिस्तान)" म्हणूनही ओळखला जातो. वाचूया, तर या दिवसाचे महत्त्व, आजच्या या "दिन-विशेष-लेख" या शीर्षकI-अंतर्गत.

     पाकिस्तान वायु सेना को बलूचिस्तान में एक नए एयर बेस की ज़रूरत क्यों पड़ रही है?

     पाकिस्तानी वायु सेना ने पुष्टि की है कि वह बलूचिस्तान प्रांत में एक नया हवाई अड्डा (एयर बेस) बनाने पर विचार कर रही है.

     नसीराबाद ज़िले के उपायुक्त ने बीबीसी को बताया कि वायु सेना ने इस संबंध में भूमि अधिग्रहण के लिए प्रशासन से संपर्क किया था, जिसके बाद उन्हें नसीराबाद के नौताल क्षेत्र में भूमि का निरीक्षण कराया गया है.

     न्यूज़ एजेंसी एएफ़पी के मुताबिक़, यह ख़बर एक ऐसे समय में सामने आई है, जब पेंटागन यानी अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी डेविड एफ़ हॉलवे ने कहा है कि पाकिस्तान ने अफ़ग़ानिस्तान में मौजूद अपनी सेना का समर्थन करने के लिए, अपनी हवाई और ज़मीनी सीमाओं के उपयोग की अनुमति दे दी है.

     एएफ़पी के मुताबिक़, अमेरिका के इंडो-पैसिफ़िक अफ़ेयर्स के सहायक सचिव डेविड एफ़ हॉलवे ने पिछले सप्ताह अमेरिकी सीनेट की सशस्त्र सेवा समिति को बताया था, कि अमेरिका पाकिस्तान के साथ मिलकर काम करना जारी रखेगा. क्योंकि अफ़ग़ानिस्तान में शांति बहाल करने में पाकिस्तान की महत्वपूर्ण भूमिका है.

     इन ख़बरों के सामने आने के बाद, स्थानीय मीडिया ने यह दावा किया है कि नसीराबाद ज़िले में बनाया जाने वाला एयर बेस वास्तव में अमेरिकी सेना के अनुरोध पर बनाया जा रहा है और एयर बेस का उपयोग अमेरिका ही करेगा.

     हालांकि, पाकिस्तान वायु सेना के प्रवक्ता और विदेश मंत्रालय ने इससे इनकार करते हुए कहा है कि इस तरह के किसी प्रस्ताव पर विचार नहीं किया जा रहा है.

     वायु सेना के प्रवक्ता ने बीबीसी से बात करते हुए कहा कि बलूचिस्तान में एक नया हवाई अड्डा बनाने का प्रस्ताव, एक सामान्य सा मामला है और इस बारे में फ़िलहाल कोई अंतिम निर्णय नहीं हुआ है. प्रवक्ता के अनुसार, अभी इस हवाई अड्डे के लिए चार साइटों पर विचार किया जा रहा है लेकिन अंतिम फ़ैसला होना अभी बाक़ी है.

     दूसरी ओर, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इन ख़बरों का खंडन करते हुए कहा कि पाकिस्तान में न तो अमेरिकी सेना है, न ही कोई एयर बेस और न किसी ऐसे प्रस्ताव पर कोई विचारा किया जा रहा है.

     विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ज़ाहिद हफ़ीज़ चौधरी ने ट्वीट किया, "इस संबंध में लगाई जाने वाली सभी अटकलें निराधार और ग़ैर-ज़िम्मेदाराना हैं जिनसे बचा जाना चाहिए. (अमेरिका के साथ पाकिस्तान का) हवाई और ज़मीनी सहयोग 2001 से जारी है."

     एएफ़पी के मुताबिक़, अमेरिकी पदाधिकारी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि "पाकिस्तान ने अफ़ग़ानिस्तान में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. पाकिस्तान ने अफ़ग़ानिस्तान में शांति प्रक्रिया योजना में सहायता की है, इसके अलावा पाकिस्तान ने अमेरिका को हवाई सेवा इस्तेमाल करके अफ़ग़ानिस्तान में अपनी सेना को मदद पहुँचाने में भी सहायता की है."

--मोहम्मद काज़िम, आज़म ख़ान
--बीबीसी उर्दू डॉट कॉम
-----------------------------

                           (साभार आणि सौजन्य-संदर्भ-bbc.कॉम)
                          ------------------------------------

-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-07.09.2023-गुरुवार.
=========================================