दही हांडी-दही हंडी पर गाने-9

Started by Atul Kaviraje, September 07, 2023, 08:23:04 PM

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Atul Kaviraje


                                        "दही हांडी"
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मित्रो,

     आज दिनांक-०७.०९.२०२३-गुरुवार है. आज "दही हांडी" है. भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाता है। इस साल कृष्ण जन्माष्टमी का यह पर्व 6 सितंबर 2023 को है। कृष्ण जन्माष्टमी के एक दिन बाद यानी भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि को दही हांडी उत्सव का आयोजन किया जाता है। मराठी कविताके मेरे सभी हिंदी भाई-बहन, कवी-कवियित्रीयोको दही हांडी त्योहार कि बहोत सारी हार्दिक शुभकामनाये. आइये, पढते है दही हंडी पर गाने.

      गोविंदा आला रे Govinda Ala Re Lyrics in Hindi  – Mumbai Mirror--

गोविंदा..गोविंदा..गोविंदा..आला रे
गोविंदा..गोविंदा..गोविंदा..आला रे
गोविंदा..गोविंदा..गोविंदा..आला रे
गोविंदा..गोविंदा..आला रे आला

अरे पोस्टर फटेगा तो हीरो ही निकलेगा
माथे से फोडेगा हांड़ी..
अरे पोस्टर फटेगा तो हीरो ही निकलेगा
माथे से फोडेगा हांड़ी..
अरे जान हथेली पर ले कर हम आये
आँखों ही आँखों में माखन चुराए
रे जान हथेली पर ले कर हम आये
आँखों ही आँखों में माखन चुराए
रोके से न रुके यह बाँदा..
गोविंदा..आला रे आला रे गोविंदा..
अरे..गोविंदा....आला रे आला रे गोविंदा..

तुम आसमान पे चाहे मटकी लगा लो
वडा है झटके से तोड़ेंगे हम
अरे तुम आसमान पे चाहे मटकी लगा लो
वडा है झटके से तोड़ेंगे हम
दा समझ के न हलके में तोलो
जिद पे अड़े हैं न छोड़ेंगे हम
सुन मधुबाला होये..
हम हैं गोपला होए..
अपनी हीरो में आती है गिनती

सुन मधुबाला
हम हैं गोपला
अपनी हीरो में आती है गिनती

जान हथेली पर ले कर हम आये
आँखों ही आँखों में माखन चुराए
रोके से न रुके यह बाँदा..
गोविंदा..आला रे आला रे गोविंदा..
अरे..गोविंदा..आला रे आला रे गोविंदा..

आवारा गलियों में हम उड़ते फिरते
जैसे उड़े है कोई कटी पतंग ऐ..ऐ..ऐ..
अरे आवारा गलियों में हम उड़ते फिरते
जैसे उड़े है कोई कटी पतंग
हम जो भी करते हैं बस अपने दम पर
हमको जो छेड़े तो छिड़ जाए जुंग
हम जहां जायें..होये..
जीत कर आयें..होये..
नाम का अपना डंका बजाये

हम जहां जायें
जीत कर आयें
नाम का अपना डंका बजाये
जान हथेली पर ले कर हम आये
आँखों ही आँखों में माखन चुराए
रोके से न रुके यह बाँदा..
गोविंदा..आला रे आला रे गोविंदा..
अरे..गोविंदा..आला रे आला रे गोविंदा..
ए..गोविंदा..आला रे आला रे गोविंदा..
अरे..गोविंदा..आला रे आला रे गोविंदा..

गोविंदा..आला रे आला रे गोविंदा..
गोविंदा..आला रे आला रे गोविंदा..हे..

                         (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-हिन्दीट्रॅक्स.इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-07.09.2023-गुरुवार. 
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