हरतालिका तीज-निबंध-4

Started by Atul Kaviraje, September 18, 2023, 07:46:03 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

                                     "हरतालिका तीज"
                                    -----------------

मित्रो,

     आज दिनांक-१८.०९.२०२३-सोमवार है. आज "हरतालिका तीज" है. हिंदू पंचांग के अनुसार, हरतालिका तीज भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है. इस बार हरतालिका तीज 18 सितंबर, सोमवार को मनाई जाएगी. इसको हरितालिका तीज और हरतालिका तीज के नाम से भी जाना जाता है. मराठी कविताके मेरे सभी हिंदी भाई-बहन, कवी-कवियित्रीयोको हरतालिका तीज की बहोत सारी हार्दिक शुभकामनाये. आईए, पढते है हरितालिका तीज पर निबंध.

     नमस्कार दोस्तों आज के इस आर्टिकल में चर्चा करेंगे तीज त्योहार पर निबंध हिंदी में सभी की जानकारी दी जाएगी आप सभी ने अक्सर देखा हुआ कि हमारे भारत देश की महिलाएं तीज का व्रत रखती हैं तीज का त्यौहार महिलाओं के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है इस त्यौहार को हिंदू महिलाएं बहुत ही पारंपरिक तरीके से मनाती हैं।

               तीज त्योहार पर निबंध--

     भारत युवाओं का देश है जहां पर सभी त्यौहार बड़ी धूमधाम से खुशी और उमंग के साथ मनाए जाते हैं। यह त्यौहार हिंदू महिलाओं का त्यौहार है और मुख्य रूप से उत्तर भारत में मनाया जाता है। तीज को हरियाली तीज या कजली तीज के नाम से भी जाना जाता है। तीज का पर वह हर साल श्रावण माह के शुल्क पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है जो कि नाग पंचमी से 2 दिन पहले आता है। यहां पर विवाहित महिलाओं के द्वारा अपने पति की लंबी आयु और कुंवारी लड़कियों के द्वारा योग्य वर के लिए मनाया जाता है।

     प्रचलित कथा-: तीज के व्रत के पीछे शिवजी और पार्वती के पुनर्मिलन की कथा है। कहा जाता है कि शिवजी को पति के रूप में पाने के लिए पार्वती जी ने 107, जन्म लिए थे और 108 वे जन्म में कठोर तप के बाद उन्हें शिवजी पति के रूप में मिले थे। और तभी से महिलाएं सौभाग्यवती वर्क के लिए शिवजी पार्वती की पूजा कर व्रत रखती है।

     तीज के त्यौहार पर महिलाएं सोलह सिंगार कर तैयार होती है और अपने मायके से आए हुए वस्त्र पहनती हैं। इस दिन महिलाएं मेहंदी रचाते हैं और पेड़ों पर झूले डालकर गीत गाती हैं और खुशियां मनाते हैं। इस दिन घरों में तरह-तरह के व्यंजन बनते हैं और महिलाओं के मायके से भी सिंधारा आता है जिसमें कपड़े और खाने का सामान जैसे घेवर, गुंजिया आदि होते हैं। नव विवाहित महिला अपनी पहली तीज अपने मायके जाकर मनाती है।

     तीज के त्यौहार के समय सब जगह हरियाली ही हरियाली होती है। और यह त्यौहार महिलाओं में प्रेम और उमंग को घर जाता है। राजस्थान के जयपुर शहर की तीज बहुत ही प्रसिद्ध है। हिंदुओं के अनुसार तीज को बाद से ही सभी त्योहारों को आगमन होता है।

                          (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-अपबोर्ड.लाईव्ह)
                         --------------------------------------

-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-18.09.2023-सोमवार
=========================================