गणेश चतुर्थी-कविता-17

Started by Atul Kaviraje, September 19, 2023, 05:10:39 PM

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Atul Kaviraje

                                      "गणेश चतुर्थी"
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मित्रो,

     आज दिनांक-१९.०९.२०२३-मंगळवार है. आज "गणेश चतुर्थी" है. भगवान गणेश को समर्पित पर्व गणेश चतुर्थी जल्द ही प्रारंभ होने वाला है। लोग इस दौरान घरों में बप्पा की विधिवत पूजा-अर्चना करते हैं। चतुर्थी तिथि 18 सितंबर 2023 को दोपहर 12 बजकर 39 मिनट से प्रारंभ होगी और 19 सितंबर को दोपहर 01 बजकर 43 मिनट पर समाप्त होगी। मराठी कविताके मेरे सभी हिंदी भाई-बहन, कवी-कवियित्रीयोको श्री गणेश चतुर्थी की बहोत सारी शुभकामनाये. आईए, पढते है गणेश चतुर्थी पर कविता. 

          गणेश चतुर्थी पर कविता (Poem on Ganesh Chaturthi)--

7.  मेरे दुखों को दूर करो
भगवन मेरे दुखों को दूर करो,
यह दीन दुखी जाए कहाँ?

तुम जीवन मृत्यु के मालिक,
तेरे मर्जी से दुनिया चले।

तुम जानते हो सब मन के दुख,
अब दुखन हो हमरे दूर करो।

आए जो तुम्हारे द्वार पर,
वो खाली कभी न जाए।

स्वीकार करो मेरी विनती,
यह भिक्षक कहा जाए, गणेशा।

     हम भगवान श्री गणेश को सुख समृद्धि के लिए पूजते हैं और उनसे उनके जन्मदिन पर शांति और खुशहाली की वंदना करते है। इन कविताओं के माध्यम से आप भी गणेशा से अपनी मुरादें मांग सकते है।  बप्पा हम सब को सदैव खुश और स्वस्थ रखें, हम उनसे यही कामना करते हैं। उम्मीद है आपको दी गई यह कविताएं पसंद आई होंगी। इसके अलावा अगर आपको किसी अन्य विषय पर कविताओं का संग्रह चाहिए, तो आप हमें कमेंट बॉक्स के जरिए अपनी राय भेज सकते हैं।

                  (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-हिंदी पेरेंटिंग.फर्स्ट क्राय.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-19.09.2023-मंगळवार.
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