धनतेरस-जानकारी

Started by Atul Kaviraje, November 10, 2023, 10:27:02 PM

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Atul Kaviraje


                                       "धनतेरस"
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मित्रो,

     आज दिनांक-१०.११.२०२३-शुक्रवार है. आज "धनतेरस" है. यह पर्व कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन मनाया जाता है। इस दिन आयुर्वेद के पिता भगवान धन्वंतरी, कुबेर देव और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। साथ ही इस दिन खरीदारी का बड़ा ही महत्व है। मराठी कविताके मेरे सभी हिंदी भाई-बहन, कवी-कवियित्रीयोको धनतेरस और दीपावली की बहोत सारी शुभकामनाये. आईये, लेते है धनतेरस की जानकारी.

        Dhanteras 2023: धनतेरस के दिन जलाएं इतने दीपक, यम का दीया भी जरूरी! जानें महत्व--

     इस साल धनतेरस 10 नवंबर को है. हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस मनाते हैं. इसे धन त्रयोदशी भी कहते हैं.

     धनतेरस (Dhanteras 2023) से दीवाली के त्योहार का शुभारंभ होता है. हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस मनाते हैं. इसे धन त्रयोदशी भी कहते हैं. धनतेरस के दिन लोग बाजार से खरीदारी भी करते हैं, जिसमें सोने और चांदी के आभूषण, झाड़ू, नमक, धनिया, देवी-देवताओं की मूर्ति खरीदने का विशेष महत्व होता है.

     अगर इस दिन आप कुछ भी खरीदारी करते हैं तो माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं. दीवाली (Diwali 2023) के समय लोग अपने घर और दुकान को बिजली की मालाओं और दीयों से सजाए रखते हैं. दीपावली से ठीक दो दिन पहले धनतेरस मनाया जाता है और इस बार का धनतेरस 10 नवंबर को है. अगर आप धनतेरस में सुख संपत्ति की कामना करते हैं तो हम आपको बताते हैं कि धनतेरस के दिन घर में कितने दीये जलाने चाहिए.

             इस दिन इतने जलाएं दीपक--

     'लोकल 18' से खास बातचीत में उत्तराखंड के अल्मोड़ा के रघुनाथ मंदिर के पुजारी नीरज लोहानी ने बताया कि धनतेरस की शाम को घर में दीये जरूर जलाने चाहिए. इस दिन घरों में कुल 26 दीपक जलाने चाहिए, जिसमें 13 अंदर और 13 बाहर होने चाहिए. इससे घर में सुख संपत्ति और ऐश्वर्या की प्राप्ति होती है. इन दीयों को आप सरसों के तेल या फिर घी में भी जला सकते हैं.

            धनतेरस पर जलाते हैं यम का दीया--

     नीरज लोहानी आगे बताते हैं कि धनतेरस की देर रात को एक दीया और जलाना चाहिए, जिससे अकाल मृत्यु को भी टाला जा सकता है. घर के किसी भी बुजुर्ग द्वारा इसे जलाकर घर के बाहर रखा जाता है. इसे यम का दीया कहा जाता है. इसमें चार बत्ती होनी चाहिए और सरसों के तेल से इसे जलाकर आप घर के बाहर रख सकते हैं. मान्यता है कि इससे अकाल मृत्यु भी टल जाती है.

--EDITED BY :Maahi Yashodhar
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                       (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-हिंदी.न्युज १८.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-10.11.2023-शुक्रवार.
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