नरक चतुर्दशी-कविता

Started by Atul Kaviraje, November 12, 2023, 09:59:49 PM

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Atul Kaviraje


                                    "नरक चतुर्दशी"
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मित्रो,

     आज दिनांक-१२.११.२०२३-रविवार है. आज "नरक चतुर्दशी" है. इस दिन सुबह अभ्यंग स्नान किया जाता है, स्त्रियां इसमें उबटन लगाकर अपना रूप निखारती हैं. वहीं शाम के समय यमराज के निमित्त दीपदान करने की प्रथा है. मराठी कविताके मेरे सभी भाई-बहन, कवी-कवियित्रीयोको नरक चतुर्दशी की बहोत सारी शुभकामनाये. आईए, पढते है नरक चतुर्दशी पर कविता.

त्योहारो  का  है यह  राजा
पांच  दिनो  तक  मनIयI  जातI
आज  है  हमारी  छोटी  दिवाली,
कहती  नरक  चौदस  की  कहानी     

नरकासुर  था  एक  राक्षस
था  वो  शक्तिशाली  भक्षक
इंद्र  को  जीत,  बना वो  शासक,
चारो  तरफ  था  उसका  आतंक

जब  जब  संकट  आता  है
ईश्वर  हमे  बचIतI  है
कृष्ण  की  लीला  चली  इस  बार,
हसते  हसते  किया  नरकासुर  का  संहार

जब  से  ही  यह दिन  मनIयI
जो  आज  तक  नरकI  चौदस  कहलIया   

                          (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-यू ट्यूब.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-12.11.2023-रविवार.
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