धनतेरस: धन और स्वास्थ्य का पर्व

Started by Atul Kaviraje, October 29, 2024, 09:34:42 PM

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Atul Kaviraje

धनतेरस: धन और स्वास्थ्य का पर्व-

धनतेरस का पर्व हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। यह पर्व दीपावली महापर्व की शुरुआत करता है और इसे "धन त्रयोदशी" भी कहा जाता है। धनतेरस पर भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है, जो आयुर्वेद और स्वास्थ्य के देवता माने जाते हैं।

धार्मिक महत्व

धनतेरस का पर्व धन और समृद्धि का प्रतीक है। इस दिन भगवान धन्वंतरि समुद्र मंथन के समय अमृत कलश के साथ प्रकट हुए थे। उनके साथ सोने, चांदी और अन्य बहुमूल्य रत्नों का भी प्रकट होना इस दिन की विशेषता है। इस पर्व पर भक्तजन अपने घरों में धन और स्वास्थ्य की देवी लक्ष्मी का स्वागत करते हैं।

पूजा की विधि

स्नान और शुद्धता: इस दिन सुबह स्नान कर शुद्ध कपड़े पहनने का महत्व है।

दीप जलाना: घर में दीप जलाए जाते हैं, जो अंधकार से प्रकाश की ओर बढ़ने का संकेत करते हैं।

भगवान धन्वंतरि की पूजा: भक्तजन भगवान धन्वंतरि को धूप, दीप, और नैवेद्य अर्पित करते हैं।

धातुओं की खरीदारी: इस दिन सोने, चांदी, और अन्य कीमती सामान खरीदने की परंपरा है। इसे धन की वृद्धि और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।

सांस्कृतिक महत्व

धनतेरस का पर्व केवल धन की पूजा नहीं करता, बल्कि यह स्वास्थ्य और समृद्धि की ओर भी संकेत करता है। यह परिवारों के बीच एकता और प्रेम को बढ़ाने का भी कार्य करता है। लोग एक-दूसरे के साथ मिलकर खुशियों का आदान-प्रदान करते हैं और नए सामान खरीदकर जीवन में उत्साह लाते हैं।

निष्कर्ष

धनतेरस का पर्व हमें यह सिखाता है कि धन केवल भौतिक वस्तुओं का ही प्रतीक नहीं है, बल्कि यह हमारे स्वास्थ्य और खुशियों का भी प्रतीक है। इस दिन की पूजा और उत्सव से हमें अपने जीवन में समृद्धि और खुशियों को आमंत्रित करने का अवसर मिलता है। इस प्रकार, धनतेरस एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो जीवन के विभिन्न पहलुओं को समाहित करता है।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-29.10.2024-मंगळवार.
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