दिवाली: रोशनी और खुशी का त्योहार

Started by Atul Kaviraje, October 30, 2024, 10:03:14 PM

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Atul Kaviraje

दिवाली: रोशनी और खुशी का त्योहार-

दिवाली, जिसे दीपावली के नाम से भी जाना जाता है, भारत में मनाए जाने वाले सबसे प्रमुख और प्रिय त्योहारों में से एक है। यह त्योहार मुख्य रूप से हिंदू धर्म के अनुयायियों द्वारा मनाया जाता है, लेकिन इसका महत्व अन्य धर्मों में भी है। दिवाली का अर्थ है "दीपों की पंक्ति", और यह अंधकार से प्रकाश की ओर जाने का प्रतीक है।

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
दिवाली का त्योहार विभिन्न धार्मिक कथाओं से जुड़ा हुआ है। यह मुख्य रूप से भगवान राम के रावण पर विजय प्राप्त करने और सीता के साथ अयोध्या लौटने की घटना से संबंधित है। इस अवसर पर अयोध्यावासियों ने दीप जलाकर अपने प्रिय राम, सीता और लक्ष्मण का स्वागत किया। इस प्रकार, दिवाली अंधकार से प्रकाश की ओर बढ़ने का प्रतीक है।

त्योहार की तैयारी
दिवाली की तैयारियां कई दिन पहले से शुरू हो जाती हैं। लोग अपने घरों की सफाई करते हैं, रंग-रंगोली बनाते हैं और घरों को दीपों और रंग-बिरंगी लाइट्स से सजाते हैं। मिठाइयों और अन्य पकवानों की तैयारी की जाती है। परिवार और मित्र एकत्रित होकर इस उत्सव का आनंद लेते हैं।

पूजा और रिवाज
दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजन का विशेष महत्व होता है। लोग अपने घरों में लक्ष्मी माता की पूजा करते हैं, जो धन और समृद्धि की देवी मानी जाती हैं। इस दिन भगवान गणेश की पूजा भी की जाती है, ताकि सभी कार्यों में सफलता मिले।

उत्सव का आनंद
दिवाली का सबसे मजेदार हिस्सा है पटाखे फोड़ना और मिठाइयों का आदान-प्रदान करना। लोग एक-दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं और परिवार के साथ मिलकर त्योहार का आनंद लेते हैं। इस दिन लोग नए कपड़े पहनते हैं और घरों में खुशी का माहौल बनाते हैं।

निष्कर्ष
दिवाली केवल एक त्योहार नहीं है, बल्कि यह प्रेम, एकता और सकारात्मकता का संदेश देता है। यह समय है अपने सभी नकारात्मकता को छोड़कर खुश रहने का। दिवाली की रोशनी केवल घरों में ही नहीं, बल्कि हमारे दिलों में भी एक नई उम्मीद और ऊर्जा भर देती है। इसलिए, दिवाली का त्योहार सभी के लिए खुशियों और समृद्धि की कामना करता है।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-30.10.2024-बुधवार.
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