ॐ भास्कराय नमः: सूर्य देव की आराधना

Started by Atul Kaviraje, November 03, 2024, 10:42:53 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

ॐ भास्कराय नमः: सूर्य देव की आराधना-

"ॐ भास्कराय नमः" एक महत्वपूर्ण मंत्र है, जो सूर्य देव की पूजा और आराधना के लिए इस्तेमाल किया जाता है। भारतीय संस्कृति में सूर्य को जीवन का प्रतीक माना जाता है। वह ऊर्जा, प्रकाश और जीवनदाता के रूप में पूजे जाते हैं। इस मंत्र का जप करने से हमें सूर्य की अनुकंपा और आशीर्वाद प्राप्त होता है, जिससे हमारे जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है।

सूर्य देव की महिमा
सूर्य देव, जिसे भास्कर या आदित्य भी कहा जाता है, वे सृष्टि के मूल तत्वों में से एक हैं। सूर्य के बिना जीवन की कल्पना करना भी संभव नहीं है। उनकी ऊर्जा से पृथ्वी पर सभी जीवों का जीवन संचालित होता है। सूर्य की किरणों से धरती पर जलवायु, कृषि और ऊर्जा के सभी पहलू प्रभावित होते हैं।

धार्मिक संदर्भ
भारतीय पौराणिक कथाओं में सूर्य देव की महिमा का विस्तृत वर्णन मिलता है। वे न केवल जीवनदायी हैं, बल्कि ज्ञान, स्वास्थ्य और वैभव के भी प्रतीक हैं। "ॐ भास्कराय नमः" मंत्र का जप करके हम सूर्य देवता की कृपा प्राप्त करने की प्रार्थना करते हैं। इस मंत्र का उच्चारण करते समय मन में सकारात्मकता और विश्वास होना चाहिए।

पूजा की विधि
सूर्य की पूजा करने के लिए कुछ सरल विधियाँ हैं:

प्रभात में सूर्योदय के समय सूर्य की ओर मुंह करके खड़े हो जाएं।
पवित्र जल का अर्पण करें और अर्ध्य दें।
फूल, फल और मिठाई अर्पित करें।
"ॐ भास्कराय नमः" का जप करें, मन में शांति और सकारात्मकता के साथ।
निष्कर्ष
"ॐ भास्कराय नमः" मंत्र का जप न केवल आध्यात्मिक लाभ देता है, बल्कि यह मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। इस मंत्र के माध्यम से हम सूर्य देव की कृपा को प्राप्त करते हैं, जो हमारे जीवन को रोशन और सफल बनाता है। हर सुबह सूर्य की पूजा करना और इस मंत्र का जप करना एक सकारात्मक दिन की शुरुआत का संकेत है। सूर्य देव का आशीर्वाद सदैव हम पर बना रहे, यही प्रार्थना करें।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-03.11.2024-रविवार.
===========================================