महिलाओं का समाज में योगदान-2

Started by Atul Kaviraje, November 10, 2024, 09:29:10 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

महिलाओं का समाज में योगदान-

५. क्रीड़ा और विज्ञान में महिलाओं का योगदान
महिलाओं ने क्रीड़ा और विज्ञान के क्षेत्र में भी अपनी भूमिका को मजबूत किया है। सायना नेहवाल, पी. वी. सिंधू, मीराबाई चानू, दीपा कर्माकर जैसी खिलाड़ियों ने अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत का नाम रोशन किया है। उनके संघर्ष और समर्पण ने यह सिद्ध कर दिया कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं हैं।

विज्ञान के क्षेत्र में भी महिलाओं का योगदान अविस्मरणीय है। राधा कृष्णन और किरण बेदी जैसे वैज्ञानिकों ने अपने शोध और अनुसंधान से समाज के विकास में योगदान दिया है।

६. उद्योग और व्यवसाय में महिलाओं का योगदान
महिलाओं ने उद्योग और व्यवसाय के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। भारत में कई महिला उद्यमी हैं जिन्होंने न केवल खुद का व्यवसाय खड़ा किया है, बल्कि उन्होंने लाखों महिलाओं को रोजगार भी प्रदान किया है। कंचन चौधरी भट्ट, इंदु मल्होत्रा, विनीता सिंह जैसी महिला उद्यमियों ने व्यापार जगत में अपनी मेहनत और संघर्ष से स्थान बनाया है।

महिलाओं ने न केवल छोटे व्यवसायों को चलाने में सफलता हासिल की है, बल्कि बड़े बहुराष्ट्रीय कंपनियों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

७. समाज सुधार में योगदान
महिलाओं ने समाज सुधार के क्षेत्र में भी अपनी अहम भूमिका निभाई है। भारतीय समाज में महिलाओं को प्राचीन काल से ही निम्न स्थान दिया गया था, लेकिन महिलाओं ने अपने अधिकारों की रक्षा के लिए कई आंदोलन किए। बी. आर. अंबेडकर, इंदिरा गांधी, जयप्रकाश नारायण और अन्य महिलाओं ने समाज के अभावों और असमानताओं के खिलाफ संघर्ष किया और महिलाओं के अधिकारों की रक्षा की।

आज भी महिलाएं लैंगिक समानता, शैक्षिक अधिकार, और कड़े कानूनों के पक्ष में आवाज़ उठा रही हैं।

निष्कर्ष
महिलाओं का समाज में योगदान असीमित और विविध है। उन्होंने न केवल अपने परिवारों और समाज को सशक्त बनाया है, बल्कि उन्होंने भारतीय समाज को हर क्षेत्र में नया दिशा दी है। महिलाओं के बिना समाज का कोई भी पहलू अधूरा है। हमें यह समझना होगा कि जब तक हम महिलाओं को समान अवसर और सम्मान नहीं देंगे, तब तक हम समाज को पूर्ण रूप से विकसित नहीं कर सकते। इसलिए, महिलाओं का योगदान स्वीकार करना, उनकी कड़ी मेहनत को सराहना और उन्हें सशक्त बनाना हम सभी का कर्तव्य है।

महिलाओं के योगदान के बिना कोई भी समाज प्रगति नहीं कर सकता, और समाज के सर्वांगीण विकास के लिए महिलाओं का सशक्त होना अत्यंत आवश्यक है।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-10.11.2024-रविवार.
===========================================