बालदिवस:-2

Started by Atul Kaviraje, November 14, 2024, 05:16:34 PM

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Atul Kaviraje

बालदिवस:  लेख-

बालदिवस की कार्यवाहियां
बालदिवस के दिन विभिन्न स्कूलों और संस्थाओं में बच्चों के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इस दिन, शालेय गतिविधियाँ, सांस्कृतिक कार्यक्रम, निबंध लेखन प्रतियोगिताएँ, चित्रकला प्रतियोगिताएँ, और खेल-कूद के आयोजन होते हैं। इस दिन को बच्चों के लिए उत्सव जैसा बना दिया जाता है ताकि वे इसे खुशी-खुशी मनाएं और इसके माध्यम से उनके अंदर सामाजिक, मानसिक और शारीरिक विकास की भावना जाग्रत हो।

बालदिवस के कुछ प्रमुख आयोजनों में शामिल हैं:

सांस्कृतिक कार्यक्रम: बालदिवस के दिन स्कूलों और कॉलेजों में बच्चों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इसमें बच्चों द्वारा नृत्य, गायन, नाटक आदि का मंचन किया जाता है।

निबंध और चित्रकला प्रतियोगिता: स्कूलों में बच्चों के लिए निबंध लेखन और चित्रकला प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है, जिसमें बच्चे पं. नेहरू के जीवन और उनके योगदान पर लिखते हैं।

खेलकूद प्रतियोगिताएँ: इस दिन बच्चों के लिए विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं, ताकि उनका शारीरिक विकास हो और वे अपनी टीम वर्क की भावना को समझें।

बालदिवस और पं. नेहरू के विचार
पं. नेहरू के विचारों में बच्चों के लिए कई महत्वपूर्ण बातें थीं, जिनमें से कुछ प्रमुख बातें हैं:

"बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं": पं. नेहरू हमेशा इस बात पर जोर देते थे कि बच्चों का सही तरीके से पालन-पोषण और शिक्षा दी जाए, ताकि वे एक दिन देश के अच्छे नागरिक बन सकें।

शिक्षा का महत्व: पं. नेहरू ने हमेशा यह माना कि शिक्षा ही किसी भी देश के विकास का मूल है। उन्होंने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए कई नीतियाँ बनाई और शिक्षण संस्थाओं की स्थापना की।

समानता का सिद्धांत: उनका मानना था कि बच्चों को हर क्षेत्र में समान अवसर मिलना चाहिए, चाहे वह गरीब हो या अमीर, लड़का हो या लड़की, सभी को एक जैसा अवसर मिलना चाहिए।

निष्कर्ष
बालदिवस एक ऐसा दिन है जब हम बच्चों के अधिकारों, उनके कल्याण और उनके उज्जवल भविष्य के लिए समर्पित होते हैं। यह दिन हमें यह याद दिलाता है कि बच्चों को बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य, और एक सुरक्षित वातावरण देना हमारा कर्तव्य है। पं. जवाहरलाल नेहरू के दृष्टिकोण और उनके कार्यों के कारण, बालदिवस का यह उत्सव हमेशा हमें बच्चों के महत्व को समझाने और उनके विकास की दिशा में काम करने के लिए प्रेरित करता है।

आज भी पं. नेहरू के विचार हमारे समाज को प्रेरित करते हैं और बच्चों के भविष्य के लिए किए गए उनके कार्यों का प्रभाव हम आज भी देख सकते हैं।

बालदिवस के अवसर पर हम सभी को बच्चों के प्रति अपनी जिम्मेदारी और कर्तव्यों को निभाने का संकल्प लेना चाहिए।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-14.11.2024-गुरुवार.
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