जय संतोषी माँ - महत्त्व एवं पूजा विधि-

Started by Atul Kaviraje, November 15, 2024, 07:44:13 PM

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Atul Kaviraje

जय संतोषी माँ - महत्त्व एवं पूजा विधि-
(The Significance of Goddess Santoshi and Worship Rituals in Hindi)

प्रस्तावना:
संतोषी माँ हिन्दू धर्म में एक अत्यंत लोकप्रिय और भक्तिपूर्ण देवी मानी जाती हैं। "संतोषी" शब्द का अर्थ है संतुष्ट, और संतोषी माँ को संतोष और शांति की देवी माना जाता है। देवी संतोषी का विशेष रूप से गरीबों और सामान्य वर्ग के लोगों में बहुत अधिक आस्था है। उनका पूजन शांति, समृद्धि और मानसिक संतोष प्राप्त करने के लिए किया जाता है। संतोषी माँ की पूजा विशेष रूप से शुक्रवार के दिन अधिक महत्व रखती है। इस लेख में हम संतोषी माँ के महत्त्व और उनकी पूजा विधि के बारे में विस्तार से जानेंगे।

संतोषी माँ का महत्त्व:
संतोषी माँ को मानसिक शांति, सुख, समृद्धि और आत्मसंतुष्टि की देवी माना जाता है। वे अपने भक्तों को जीवन में संतुलन और शांति प्रदान करती हैं। संतोषी माँ के भक्त अक्सर उन्हें अपनी परेशानियों और दुःखों से मुक्ति पाने के लिए पूजा करते हैं। माना जाता है कि जब कोई व्यक्ति संतोषी माँ के चरणों में समर्पित होकर पूजा करता है, तो उसकी सारी दुख-तकलीफ दूर हो जाती हैं और जीवन में सुख-शांति का वास होता है।

संतोषी माँ के आशीर्वाद से मिलती हैं:
आध्यात्मिक शांति
मानसिक संतोष
सामान्य जीवन में खुशहाली
समृद्धि और ऐश्वर्य
शारीरिक स्वास्थ्य और आरोग्य
संतोषी माँ अपने भक्तों को इस संसार की सभी कठिनाइयों से मुक्त करती हैं और जीवन में संतुलन व संतोष लाती हैं। उनका पूजा विधि बहुत सरल है, लेकिन पूजा में पूरी श्रद्धा और आस्था होनी चाहिए।

संतोषी माँ की पूजा विधि:
संतोषी माँ की पूजा करना एक सरल और प्रभावी तरीका है अपने जीवन में संतोष और शांति लाने का। आइए जानते हैं संतोषी माँ की पूजा विधि के बारे में:

पूजा स्थान की तैयारी:
सबसे पहले पूजा करने के स्थान को शुद्ध और पवित्र करें। पूजा स्थल पर ताजे फूल, दीपक, अगरबत्ती और अन्य पूजा सामग्री रखें। यदि संभव हो तो पूजा घर या मंदिर में करें, लेकिन घर में भी कोई शांत स्थान चुने जहां आप बिना किसी विघ्न के पूजा कर सकें।

साफ-सफाई और स्नान:
पूजा शुरू करने से पहले, स्वच्छता का ध्यान रखें। स्नान करके पवित्र वस्त्र पहनें। पूजा करने से पहले मन और शरीर दोनों को शुद्ध करना आवश्यक है।

संतोषी माँ के चित्र या मूर्ति की स्थापना:
एक ताजे गुलाब के फूल के साथ संतोषी माँ के चित्र या मूर्ति को पूजा स्थल पर रखें।

दीपक और धूप जलाना:
पूजा में दीपक जलाना बहुत शुभ माना जाता है। इसके साथ ही धूप (अगरबत्ती) भी जलाएं। इनसे वातावरण शुद्ध और पवित्र होता है।

संतोषी माँ को बेसन के लड्डू और गुड़ अर्पित करें:
संतोषी माँ को विशेष रूप से बेसन के लड्डू और गुड़ अर्पित किए जाते हैं। इन दोनों वस्तुओं का सम्बन्ध खुशी, समृद्धि और स्वास्थ्य से है। इन लड्डूओं को माँ को अर्पित करने के बाद भक्त स्वयं भी प्रसाद के रूप में उनका सेवन करते हैं।

मंत्रोच्चारण:
संतोषी माँ की पूजा करते समय निम्नलिखित मंत्र का उच्चारण करें:
"ॐ श्री संतोषी माता नमः"
यह मंत्र पूरे 108 बार जपें। यह मंत्र मानसिक शांति और संतोष को बढ़ाता है। साथ ही यह मंत्र संतोषी माँ की कृपा प्राप्त करने में मदद करता है।

प्रसाद अर्पण:
पूजा समाप्त होने के बाद, भगवान संतोषी माँ को अर्पित किए गए लड्डू और गुड़ का प्रसाद भक्तों में बाँटें। प्रसाद बांटने से पुण्य की प्राप्ति होती है।

व्रत रखना (यदि आप व्रत रख रहे हैं):
शुक्रवार को विशेष रूप से व्रत रखना बहुत फायदेमंद माना जाता है। इस दिन केवल फलाहार करें और रात को पूजा के बाद ही भोजन करें। यह व्रत संतान सुख, ऐश्वर्य और समृद्धि देने वाला माना जाता है।

संतोषी माँ की पूजा के लाभ:
आर्थिक समृद्धि:
संतोषी माँ के पूजन से आर्थिक तंगी दूर होती है और घर में समृद्धि का आगमन होता है।

मानसिक शांति:
यह पूजा मानसिक शांति प्रदान करती है, जिससे व्यक्ति तनाव और चिंता से मुक्त होता है।

शारीरिक कष्टों का निवारण:
यदि किसी को शारीरिक कष्ट हो, तो संतोषी माँ के पूजन से स्वास्थ्य लाभ मिलता है।

सामान्य जीवन में खुशहाली:
संतोषी माँ की पूजा से जीवन में खुशी और सुख बढ़ता है, और पारिवारिक जीवन में सौहार्द का वातावरण रहता है।

संतोष का विकास:
संतोषी माँ का पूजन मानसिक संतोष प्राप्त करने का एक अद्भुत तरीका है। यह हमें जीवन की छोटी-छोटी खुशियों में भी संतुष्ट रहने की प्रेरणा देता है।

उदाहरण:
एक भक्त ने संतोषी माँ की पूजा विधि पूरी श्रद्धा से की। पूजा के कुछ दिनों बाद ही उसे अपनी व्यापारिक समस्याओं से राहत मिली और उसका व्यापार धीरे-धीरे चलने लगा। यह उसके जीवन में संतोषी माँ की आशीर्वाद का प्रभाव था। वह अब हर शुक्रवार को संतोषी माँ की पूजा करता है और अपने जीवन में संतोष और समृद्धि अनुभव करता है।

निष्कर्ष:
संतोषी माँ की पूजा से जीवन में सकारात्मकता आती है। मानसिक शांति, शारीरिक स्वास्थ्य और धन-संपत्ति की प्राप्ति के लिए संतोषी माँ का पूजन एक प्रभावी उपाय है। उनके आशीर्वाद से जीवन में संतुलन और खुशी बनी रहती है। यही कारण है कि संतोषी माँ का पूजन पूरे भारत में बड़े श्रद्धा और विश्वास से किया जाता है।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-15.11.2024-शुक्रवार.
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