कार्तिक पूर्णिमा - भक्ति कविता-

Started by Atul Kaviraje, November 15, 2024, 10:03:21 PM

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Atul Kaviraje

कार्तिक पूर्णिमा - भक्ति कविता-

कार्तिक मास की पूर्णिमा आई,
संग में भक्ति की बयार लाई।
गंगा में स्नान, दीपों का उजाला,
इस दिन हर मन से दुःख को निपटाला। 🌊🕯�

शिव की महिमा, विष्णु का गान,
हृदय में सच्चे प्रेम का गान।
कार्तिक पूर्णिमा का है दिन विशेष,
भक्ति में रंगा, हर मन का वेश। 🙏💫

गंगा के तट पर जब स्नान करें,
पापों को जल में विसर्जित करें।
हर एक क़दम, हर एक प्रार्थना,
शिव की आराधना, विष्णु की मूरत अर्चना। 🌸

कार्तिक मास में दीप जलाए,
अंधकार को दूर भगाए।
हर एक घर में शांति का दीपक,
भक्ति का संसार समृद्ध होवे, सुखी हो सभी । 🪔🌟

शिव के चरणों में बसा सुख,
विष्णु की भक्ति में हो शुद्ध।
इस दिन को मनाएं हम एक साथ,
पूर्णिमा की रात में हो भक्ति का उत्सव साथ। 🎉🕉�

जय श्री शिव! जय श्री विष्णु! 🙌

--अतुल परब
--दिनांक-15.11.2024-शुक्रवार.
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