भगवान हनुमान जी का जीवनप्रवास-1

Started by Atul Kaviraje, November 16, 2024, 08:55:06 PM

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Atul Kaviraje

भगवान हनुमान जी का जीवनप्रवास-
(Life Journey of Lord Hanuman)

भगवान हनुमान जी को हिंदू धर्म में एक महान देवता और अनंत शक्ति, भक्ति, और निस्वार्थ सेवा के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है। उन्हें पवनपुत्र, मारुति, और राम के परम भक्त के रूप में जाना जाता है। हनुमान जी का जीवन न केवल उनकी अद्वितीय शक्तियों का प्रतीक है, बल्कि उनके चरित्र में समर्पण, साहस, और सेवा का सर्वोत्तम उदाहरण भी मिलता है। उनका जीवन बहुत सारी प्रेरक कहानियों और घटनाओं से भरा हुआ है, जो उनके भक्तों को जीवन के कठिन मार्ग पर चलने के लिए उत्साहित करती हैं।

हनुमान जी का जन्म
भगवान हनुमान जी का जन्म एक अद्वितीय और चमत्कारी घटना के रूप में हुआ था।

उत्पत्ति:
हनुमान जी का जन्म माता अंजनी और पिता केसरी के घर हुआ था। कहा जाता है कि अंजनी माता ने भगवान शिव की कठोर तपस्या की थी, जिससे प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें वरदान दिया कि उनका पुत्र अत्यंत बलशाली और देवताओं के समान शक्ति से संपन्न होगा। साथ ही पवन देव ने भी हनुमान जी को आशीर्वाद दिया, जिससे हनुमान को "पवनपुत्र" के नाम से पुकारा जाने लगा।

उदाहरण:
एक दिन, पवन देव ने अंजनी माता को आशीर्वाद दिया कि वह गर्भवती होंगी और उनका पुत्र विशेष शक्ति और शक्ति से भरपूर होगा। इसी प्रकार हनुमान जी का जन्म हुआ।

बालक हनुमान की अद्भुत शक्तियाँ
हनुमान जी का बालपन भी अत्यंत चमत्कारी था। जब वे छोटे थे, तो उनके अंदर असामान्य शक्तियाँ थीं, और उन्होंने कई बार अपनी शक्तियों का प्रदर्शन भी किया।

सूर्य को खाने की घटना:
एक बार, बाल हनुमान ने आकाश में उड़ते हुए सूर्य को फल समझकर उसे निगलने का प्रयास किया। यह देखकर देवता बहुत घबराए और इंद्रदेव ने उन्हें वज्र से चोट मारी। हालांकि, हनुमान जी ने वज्र को भी सहन किया, और इसके बाद भगवान इंद्र ने उन्हें आशीर्वाद दिया।

चंद्रमा को मारने का प्रयास:
बाल हनुमान की शरारतों के बारे में भी कई कथाएँ प्रसिद्ध हैं। एक बार उन्होंने चंद्रमा को अपनी शक्ति से पकड़ने की कोशिश की, लेकिन चंद्रमा ने अपनी छलांग से बचने के लिए भागने की कोशिश की।

राम का भक्त हनुमान 🙏🦸�♂️
भगवान हनुमान की प्रमुख पूजा और सम्मान श्रीराम के प्रति उनकी भक्ति के कारण है। वे भगवान राम के परम भक्त रहे और राम के कार्यों में पूरी तरह से समर्पित थे। रामायण में हनुमान जी का योगदान और उनकी भक्ति सबसे प्रमुख है।

रामायण के प्रमुख घटनाएँ:
सीता माता का पता लगाना:
जब रावण ने सीता माता का अपहरण किया और उन्हें लंका में बंदी बना लिया, तब भगवान राम ने हनुमान जी को सीता माता का पता लगाने के लिए भेजा। हनुमान जी ने लंका में प्रवेश किया, सीता माता को ढूंढा और उन्हें राम का संदेश दिया।

उदाहरण:

जब हनुमान जी ने सीता माता को राम का संदेश दिया और उनका अंगूठी उन्हें दी, तो सीता माता को यह देख कर विश्वास हुआ कि राम जी जीवित हैं और उनकी सहायता से वह जल्द ही मुक्त हो जाएंगी।
लंका दहन:
जब हनुमान जी लंका गए, तो रावण ने उन्हें बंदी बना लिया, लेकिन हनुमान जी ने अपनी शक्तियों का उपयोग करते हुए लंका को आग लगा दी। उन्होंने राक्षसों को डराया और लंका में आग लगा दी। यह घटना हनुमान जी की शक्तियों का प्रमुख उदाहरण है।

राम के लिए संजीवनी बूटी लाना:
राम-रावण युद्ध के दौरान लक्ष्मण जी गंभीर रूप से घायल हो गए थे। तब हनुमान जी ने हिमालय पर्वत से संजीवनी बूटी लाने के लिए उड़ान भरी, जिससे लक्ष्मण जी की जान बचाई गई।

उदाहरण:

हनुमान जी ने संजीवनी बूटी के लिए पूरा पर्वत ही उठाकर राम के पास ले आए, जिससे लक्ष्मण जी का जीवन बच सका।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-16.11.2024-शनिवार.
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