भगवान हनुमान जी का जीवनप्रवास-4

Started by Atul Kaviraje, November 16, 2024, 09:07:51 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

भगवान हनुमान जी का जीवनप्रवास (Life Journey of Lord Hanuman)-

हनुमान जी का पहला महत्वपूर्ण कार्य राम और सीता का मिलन था। रावण ने सीता माता का अपहरण कर लिया और उन्हें लंका में बंदी बना लिया। भगवान राम ने अपनी सेना के साथ सीता माता को ढूंढने का कार्य शुरू किया। हनुमान जी ने राम की ओर से सीता माता का संदेश लेकर लंका पहुँचने का संकल्प लिया। वे समुद्र को पार करके लंका पहुंचे और सीता माता से मिले। हनुमान जी ने उन्हें राम का संदेश दिया और उन्हें दिलासा दिया कि राम जल्द ही उन्हें छुड़ा लेंगे। इसके बाद, हनुमान जी ने रावण के दरबार में जाकर उसकी शक्ति का अवलोकन किया और उसे चुनौती दी, जिससे रावण को संकोच हुआ।

हनुमान जी का लंका दहन (Hanuman Ji's Lanka Dahan)
हनुमान जी की शक्ति और साहस का एक और प्रमुख उदाहरण लंका दहन में देखने को मिलता है। जब हनुमान जी रावण के दरबार में गए और उसे चेतावनी दी, तो रावण ने उन्हें बंदी बना लिया। हनुमान जी ने अपनी पूँछ को आग में लपेट लिया और पूरे लंका के महलों में आग लगा दी। इसके बाद, वे अपनी आग से भरी हुई पूँछ के साथ वापस लौटे और राम के पास सीता माता का संदेश लेकर गए।

संजीवनी बुटी लाना (Bringing the Sanjeevani Herb)
राम-रावण युद्ध के दौरान लक्ष्मण जी गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें जीवनदान देने के लिए एक विशेष औषधि की आवश्यकता थी – संजीवनी बुटी। हनुमान जी ने इस औषधि को लाने के लिए हिमालय पर्वत की यात्रा की। जब वह संजीवनी बुटी नहीं ढूँढ़ पाए, तो उन्होंने पूरे पर्वत को उठाया और राम के पास ले आए, जिससे लक्ष्मण जी का जीवन बचा। यह घटना हनुमान जी की अद्वितीय शक्ति और समर्पण का प्रमाण है।

राम के साथ युद्ध (Battle with Rama)
रावण के साथ युद्ध में हनुमान जी की भूमिका अत्यधिक महत्वपूर्ण थी। उन्होंने रावण के कई सैनिकों को हराया और राम के लिए युद्ध में निर्णायक भूमिका अदा की। हनुमान जी के साथ भगवान राम की सहायता से रावण पर विजय प्राप्त की गई और सीता माता को मुक्त किया गया। हनुमान जी ने इस युद्ध में अपनी शौर्य, शक्ति और राम के प्रति निष्ठा का परिचय दिया।

हनुमान जी का तत्त्वज्ञान और पूजा (Hanuman Ji's Philosophy and Worship)
हनुमान जी का जीवन न केवल साहस और शक्ति का प्रतीक है, बल्कि वह भक्ति, निष्ठा और समर्पण का भी आदर्श हैं। उनकी पूजा भारतीय संस्कृति में अत्यधिक महत्वपूर्ण है। हनुमान जी की पूजा में विशेष रूप से हनुमान चालीसा का पाठ किया जाता है, जो उनके भक्ति मार्ग का अनुसरण करने की प्रेरणा देती है। हनुमान जी के प्रति भक्ति से व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक शांति मिलती है। हनुमान चालीसा में उनके अद्वितीय गुणों और कार्यों का वर्णन किया गया है, जैसे कि उनका राम के प्रति भक्ति, उनका विशाल रूप, उनकी महानता और उनकी शक्ति।

निष्कर्ष (Conclusion)
भगवान हनुमान जी का जीवन एक प्रेरणा है, जो हमें कर्तव्य, साहस, भक्ति और समर्पण का महत्व सिखाता है। उनकी अनगिनत शक्तियाँ, अद्वितीय कार्य और राम के प्रति उनकी निष्ठा आज भी करोड़ों भक्तों के लिए आदर्श हैं। हनुमान जी ने दिखाया कि शक्ति केवल बाहरी बल में नहीं, बल्कि आंतरिक भक्ति, समर्पण और धैर्य में भी निहित होती है। उनकी पूजा से जीवन में सकारात्मकता और मानसिक शांति का वास होता है।

जय श्री राम! जय हनुमान! 🙏

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-16.11.2024-शनिवार.
===========================================