भारतीय संस्कृति और उसका महत्व-2

Started by Atul Kaviraje, November 28, 2024, 08:47:07 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

भारतीय संस्कृति और उसका महत्व-
(Indian Culture and Its Importance)

5. सांस्कृतिक धरोहर और उसका संरक्षण
भारत की सांस्कृतिक धरोहर प्राचीन मंदिरों, किलों, महलों, और ऐतिहासिक स्थलों के रूप में उपलब्ध है। ताज महल, कुतुब मीनार, अजंता-एलेरा गुफाएं, जो भारतीय स्थापत्य कला और सांस्कृतिक धरोहर के अद्भुत उदाहरण हैं, विश्व धरोहर स्थल के रूप में UNESCO द्वारा मान्यता प्राप्त हैं। भारतीय संस्कृति में प्रकृति के प्रति सम्मान का भाव भी गहरा है, जो हमें प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण और पर्यावरण की देखभाल करने की प्रेरणा देता है। यही कारण है कि भारतीय संस्कृति के अनेक पहलू आज भी प्रासंगिक हैं, और हमें इनका संरक्षण और संवर्धन करना चाहिए।

6. समाज में भारतीय संस्कृति का योगदान
भारतीय संस्कृति ने न केवल धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। भारतीय समाज में जातिवाद, रंगभेद और लैंगिक भेदभाव जैसे सामाजिक मुद्दों को दूर करने के लिए अनेक सुधार आंदोलन हुए हैं। महात्मा ज्योतिराव फुले, डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर और महात्मा गांधी जैसे समाज सुधारकों ने भारतीय समाज को समानता, स्वतंत्रता और न्याय की ओर अग्रसर किया। आज भी भारतीय संस्कृति में समता और सामाजिक न्याय के सिद्धांत प्रासंगिक हैं।

7. आधुनिकता और भारतीय संस्कृति का संतुलन
आज के आधुनिक समय में, जहां तकनीकी और वैज्ञानिक प्रगति ने जीवन को तेज और व्यस्त बना दिया है, भारतीय संस्कृति ने हमें यह सिखाया है कि हम अपनी जड़ों से जुड़े रहते हुए आधुनिकता को अपनाएं। भारतीय संस्कृति का यह संदेश है कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास के साथ-साथ हमें अपनी आस्थाओं और संस्कारों का पालन करते हुए जीवन में संतुलन बनाए रखना चाहिए। उदाहरण के रूप में, भारत में पारंपरिक योग और ध्यान की प्रथा आज पूरे विश्व में मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए लोकप्रिय हो गई है।

निष्कर्ष
भारतीय संस्कृति न केवल एक धरोहर है, बल्कि यह जीवन जीने की एक प्रणाली है। इसके भीतर जीवन के हर पहलू को समाहित किया गया है—धर्म, कर्म, शिक्षा, संस्कार, कला, संगीत, और समाज का कल्याण। भारतीय संस्कृति का महत्व आज के आधुनिक युग में और भी बढ़ जाता है, क्योंकि यह हमें अपनी जड़ों से जुड़ने और एक समृद्ध, शांतिपूर्ण जीवन जीने की दिशा दिखाती है। भारतीय संस्कृति न केवल हमें अपने अतीत से जोड़ती है, बल्कि हमें वर्तमान और भविष्य के लिए भी मार्गदर्शन प्रदान करती है।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-28.11.2024-गुरुवार.
===========================================