आपदा प्रबंधन और उसका महत्व-1

Started by Atul Kaviraje, December 01, 2024, 10:45:08 PM

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Atul Kaviraje

आपदा प्रबंधन और उसका महत्व-

आधुनिक समय में, जहां तकनीकी उन्नति ने जीवन को कई मायनों में सरल और सहज बना दिया है, वहीं यह हमें यह भी याद दिलाता है कि प्रकृति के अदृश्य रूपों के सामने मनुष्य हमेशा निर्बल होता है। आपदाएं (Disasters) हमेशा अप्रत्याशित होती हैं और इनका असर न केवल जीवन और संपत्ति पर बल्कि सामाजिक और मानसिक स्थिति पर भी पड़ता है। इस प्रकार, आपदा प्रबंधन (Disaster Management) एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, जिसका उद्देश्य आपदाओं के दौरान एवं बाद में प्रभावी ढंग से कार्यवाही करना है ताकि जीवन, संपत्ति और पर्यावरण का सुरक्षा हो सके। आपदा प्रबंधन में एक ऐसी प्रणाली होती है, जो आपदा के प्रभाव को कम करने, बचाव कार्यों के संचालन, पुनर्निर्माण और पुनःस्थापना के लिए उपाय करती है।

आपदा प्रबंधन के मुख्य घटक:
आपदा की पूर्व तैयारी (Preparedness): आपदा से पहले उसके बारे में जागरूकता फैलाना और तैयारी करना अत्यंत आवश्यक है। इसमें प्रशिक्षण, योजना बनाना और आपदा से संबंधित सभी उपायों की सही तरीके से तैयारी करना शामिल है। यह कदम यह सुनिश्चित करता है कि जब आपदा आए तो लोगों को सही दिशा में मदद मिल सके। उदाहरण के लिए, भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी समय-समय पर लोगों को आपदा के बारे में जानकारी देने और बचाव कार्यों की ट्रेनिंग देती है।

उदाहरण: उत्तराखंड में बर्फबारी के कारण आए आपदाओं के लिए पहले से बचाव कार्यों की योजना बनाई गई थी। स्थानीय लोगों को आपदा से पहले सुरक्षात्मक उपायों की जानकारी दी गई थी, जिससे बर्फबारी के दौरान बचाव कार्य में तेजी आई।

आपदा के दौरान प्रतिक्रिया (Response): जब आपदा घटित होती है, तब तत्काल कार्यवाही की आवश्यकता होती है। इसमें प्रभावित लोगों को बचाना, राहत सामग्री की आपूर्ति, चिकित्सा सहायता देना और प्रशासन की दिशा में कार्य करना शामिल है। यह सुनिश्चित करना कि लोगों तक जल्दी से जल्दी मदद पहुंचे, आपदा के प्रभाव को कम कर सकता है।

उदाहरण: 2015 में नेपाल में आए भूकंप के दौरान भारतीय सेना ने त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए बचाव कार्य में मदद की। भारतीय वायुसेना और अन्य राहत संगठनों ने तत्काल प्रभावित क्षेत्रों में चिकित्सा सहायता, खाद्य आपूर्ति और आश्रय प्रदान किया।

आपदा के बाद पुनर्निर्माण (Recovery and Rehabilitation): आपदा के बाद पुनर्निर्माण की प्रक्रिया में प्रभावित क्षेत्रों की पुनर्निर्माण, लोगों के जीवन को फिर से सामान्य स्थिति में लाना, और उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य की देखभाल करना शामिल है। यह एक लंबी प्रक्रिया हो सकती है जिसमें संसाधनों का सही इस्तेमाल और मदद की आवश्यकता होती है।

उदाहरण: 2001 में गुजरात में आए भूकंप के बाद, राज्य सरकार और अन्य संगठनों ने मिलकर पुनर्निर्माण कार्यों को त्वरित गति से शुरू किया। घायलों को इलाज और पुनर्वास की सुविधाएं दी गईं, जबकि भूकंप से प्रभावित इंफ्रास्ट्रक्चर को फिर से खड़ा किया गया।

आपदा से बचाव (Mitigation): आपदा से बचाव का उद्देश्य आपदा के जोखिमों को कम करना है। इसमें ऐसे उपाय किए जाते हैं, जो आपदा के आने से पहले ही उसके प्रभाव को न्यूनतम कर दें। यह उपाय मुख्य रूप से लंबी अवधि में होते हैं और इसके लिए जागरूकता, संरचनाओं का निर्माण और पर्यावरणीय संरक्षण की आवश्यकता होती है।

उदाहरण: जापान में भूकंप से बचने के लिए इमारतों को भूकंपरोधी बनाया जाता है। इसके अलावा, नदियों के किनारे बांध बनाए जाते हैं ताकि बाढ़ की स्थिति से बचा जा सके।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-01.12.2024-रविवार.
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