श्री विष्णु का दशावतार काव्य-1

Started by Atul Kaviraje, December 04, 2024, 09:17:35 PM

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Atul Kaviraje

श्री विष्णु का दशावतार काव्य-
(The Ten Avatars of Vishnu in Poetic Literature)

श्री विष्णु, हिंदू धर्म के एक महत्वपूर्ण देवता हैं, जो ब्रह्मा और शिव के साथ त्रिदेवों में शामिल होते हैं। श्री विष्णु के दहा अवतारों का उल्लेख विभिन्न पुराणों, खासकर भागवतम पुराण, विष्णु पुराण, और महाभारत में किया गया है। इन अवतारों में भगवान विष्णु ने पृथ्वी पर आकर राक्षसों का वध किया और सत्य तथा धर्म की पुनःस्थापना की। दशावतार की काव्यशास्त्र में विशेष महिमा है क्योंकि यह भगवान विष्णु के विभिन्न रूपों को दर्शाता है, जो मानवता के कल्याण के लिए विभिन्न परिस्थितियों में प्रकट हुए थे।

दशावतार (Ten Avatars of Vishnu):

विष्णु के दस प्रमुख अवतारों को दशावतार कहा जाता है। इन अवतारों के माध्यम से भगवान विष्णु ने पृथ्वी पर विभिन्न रूपों में आकर धरती को बुराई से बचाया और धर्म की पुनर्स्थापना की।

1. मच्छ अवतार (The Fish Avatar):
कथा: जब प्रलय का समय आया, भगवान विष्णु ने मच्छ रूप धारण किया और एक बड़ी मछली बनकर वेदों और जीवों को सुरक्षित स्थान पर ले गए।
काव्यशास्त्र में अर्थ: मच्छ अवतार पृथ्वी और जीवन के रक्षण का प्रतीक है। यह ज्ञान की रक्षा का संदेश देता है।
2. कूर्म अवतार (The Tortoise Avatar):
कथा: भगवान विष्णु ने कूर्म अवतार लिया जब देवता और दानव समुद्र मंथन कर रहे थे। उन्होंने कछुए का रूप धारण करके मंदर पर्वत को सहारा दिया और अमृत प्राप्ति के लिए मंथन को संभव बनाया।
काव्यशास्त्र में अर्थ: कूर्म अवतार स्थिरता और सहनशीलता का प्रतीक है, जो इस बात को दर्शाता है कि कभी-कभी हमें शांत रहकर स्थिरता से काम करना चाहिए।
3. वराह अवतार (The Boar Avatar):
कथा: वराह अवतार में भगवान विष्णु ने राक्षस हिरण्याक्ष द्वारा समुद्र में डूबाई गई पृथ्वी को अपने सूंढ़ से बाहर निकाला और राक्षस का वध किया।
काव्यशास्त्र में अर्थ: यह अवतार पृथ्वी के रक्षण का प्रतीक है और जीवन के अस्तित्व के लिए संघर्ष की आवश्यकता को दर्शाता है।
4. नरसिंह अवतार (The Man-Lion Avatar):
कथा: नरसिंह अवतार में भगवान विष्णु ने राक्षस हेरण्यकश्यप का वध किया, जो भगवान विष्णु का भक्त प्रह्लाद को मारने के लिए लगातार प्रयास कर रहा था। भगवान ने शेर और मानव का रूप लिया और राक्षस का वध किया।
काव्यशास्त्र में अर्थ: नरसिंह अवतार में भगवान ने यह सिद्ध किया कि बुराई के खिलाफ खड़ा होना जरूरी है, और वह समय की कोई सीमा नहीं देखता।
5. वामन अवतार (The Dwarf Avatar):
कथा: वामन अवतार में भगवान विष्णु ने छोटे ब्राह्मण के रूप में राजा बलि से तीन पग भूमि मांगी और फिर तीन कदमों में पूरी पृथ्वी को नाप लिया, जिससे बलि की शक्ति समाप्त हो गई।
काव्यशास्त्र में अर्थ: वामन अवतार का संदेश है कि भगवान कभी भी छोटे रूप में आकर भी बुराई का नाश कर सकते हैं।
6. परशुराम अवतार (The Warrior with an Axe Avatar):
कथा: परशुराम अवतार में भगवान विष्णु ने ब्राह्मण और क्षत्रियों के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए एक ब्राह्मण योद्धा के रूप में राक्षसों और बुरे क्षत्रियों का वध किया।
काव्यशास्त्र में अर्थ: परशुराम अवतार धर्म के रक्षक के रूप में माना जाता है, जहां भगवान ने धर्म और नैतिकता की रक्षा के लिए शक्ति का उपयोग किया।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-04.12.2024-बुधवार. 
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