गणेश पूजन एवं उसके शास्त्र-2

Started by Atul Kaviraje, December 10, 2024, 08:33:16 PM

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Atul Kaviraje

गणेश पूजन एवं उसके शास्त्र-
(Lord Ganesha's Worship and Its Scriptures)

गणेश पूजा के लाभ:
गणेश पूजा के धार्मिक और आध्यात्मिक लाभ अत्यधिक हैं। इस पूजा के लाभों में कुछ प्रमुख लाभ इस प्रकार हैं:

विघ्नों का नाश: गणेश जी को विघ्नहर्ता कहा जाता है, अर्थात वे सभी प्रकार के विघ्नों और बाधाओं को दूर करते हैं। जीवन में जो भी रुकावटें आती हैं, उन्हें गणेश पूजन के द्वारा दूर किया जा सकता है।

मानसिक शांति: गणेश पूजा से मानसिक शांति प्राप्त होती है। शास्त्रों के अनुसार, गणेश जी का ध्यान और पूजा करने से व्यक्ति के मन में सकारात्मक विचारों का जन्म होता है, और मानसिक तनाव दूर होता है।

समृद्धि और ऐश्वर्य: गणेश जी को धन, ऐश्वर्य और समृद्धि का दाता माना जाता है। पूजा के दौरान भगवान से मांगी गई समृद्धि और सुख-शांति का आशीर्वाद व्यक्ति के जीवन में आ जाता है।

बुद्धि और ज्ञान का विकास: गणेश जी के आशीर्वाद से व्यक्ति में बुद्धि, विवेक और ज्ञान की वृद्धि होती है। विद्यार्थियों के लिए गणेश पूजा विशेष लाभकारी मानी जाती है, क्योंकि यह उनकी अध्ययन क्षमता में वृद्धि करती है।

गणेश पूजा का एक उदाहरण:
मान लीजिए, रामु और उसका परिवार गणेश चतुर्थी के अवसर पर भगवान गणेश की पूजा कर रहे हैं। रामु ने पूजा से पहले स्नान किया और स्वच्छ वस्त्र पहनकर घर के पूजा स्थान को शुद्ध किया। इसके बाद, उसने गणेश की मूर्ति को सुगंधित फूलों से सजाया और दीपक जलाया। रामु ने "ॐ गं गणपतये नमः" का मंत्र जपना शुरू किया और गणेश को मोदक अर्पित किया। पूजा के दौरान परिवार के सभी सदस्य शांति और विश्वास के साथ मंत्रों का जाप करते रहे। इस पूजा के बाद रामु ने महसूस किया कि उसके जीवन में आने वाली समस्याएं धीरे-धीरे हल होने लगीं, और उसके काम में तरक्की भी होने लगी।

गणेश पूजन के शास्त्र:
गणेश पूजन के शास्त्र में भगवान गणेश की उपासना के सभी नियम और विधियाँ विस्तृत रूप से दी गई हैं। इनमें गणेश पुराण, गणेश गीता और गणेश स्तोत्र आदि प्रमुख ग्रंथ हैं। ये शास्त्र भगवान गणेश की पूजा के विधिपूर्वक संचालन के लिए मार्गदर्शन करते हैं।

गणेश पुराण: यह शास्त्र गणेश जी के जन्म, उनकी महिमा, उनकी उपासना के तरीकों और उनके भक्तों के लिए दिए गए आशीर्वादों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करता है। यह पुराण गणेश पूजन के शास्त्र को सबसे प्रामाणिक रूप में प्रस्तुत करता है।

गणेश गीता: गणेश गीता में भगवान गणेश के अद्भुत रूपों, उनके कार्यों और उनके भक्तों के लिए दी गई शिक्षा का उल्लेख है। इसे पढ़ने से मनुष्य को मानसिक शांति और जीवन में सफलता मिलती है।

गणेश स्तोत्र: गणेश स्तोत्र भगवान गणेश की स्तुति करने वाले मंत्रों का संग्रह है। इसे नियमित रूप से पढ़ने से भगवान गणेश की कृपा प्राप्त होती है और सभी विघ्न समाप्त हो जाते हैं।

निष्कर्ष:
गणेश पूजा और उसके शास्त्र न केवल धार्मिक दृष्टि से, बल्कि आध्यात्मिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। यह पूजा व्यक्ति को मानसिक शांति, समृद्धि, बुद्धि और समग्र जीवन में सफलता प्रदान करने में सहायक होती है। गणेश पूजन से जीवन में आने वाली बाधाएँ समाप्त होती हैं, और व्यक्ति को अपने कार्यों में सफलता प्राप्त होती है। इस प्रकार, गणेश पूजा और उसके शास्त्रों का पालन करके हम भगवान गणेश के आशीर्वाद से अपने जीवन को खुशहाल बना सकते हैं।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-10.12.2024-मंगळवार.
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