गायन का महत्व एवं भारतीय संगीत की विरासत-1

Started by Atul Kaviraje, December 20, 2024, 10:04:16 PM

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Atul Kaviraje

गायन का महत्व एवं भारतीय संगीत की विरासत-

गायन और संगीत, भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा रहे हैं। भारतीय संगीत केवल एक कला नहीं, बल्कि एक जीवंत परंपरा है, जो सदियों से भारतीय समाज के हर पहलू में समाहित रही है। संगीत और गायन न केवल मानव भावनाओं का व्यक्त करने का एक माध्यम हैं, बल्कि ये हमारी मानसिक शांति, आध्यात्मिक उन्नति और सांस्कृतिक धरोहर को भी संरक्षित करते हैं। गायन का महत्व हमारे जीवन में इसलिए भी है, क्योंकि यह हमारे मन और मस्तिष्क को शांति प्रदान करता है और हमारी मानसिक स्थिति को संतुलित करता है।

गायन का महत्व
भावनाओं की अभिव्यक्ति: गायन का सबसे बड़ा महत्व यह है कि यह एक व्यक्ति को अपनी भावनाओं को बाहर व्यक्त करने का अवसर प्रदान करता है। चाहे वह खुशी हो, दुःख हो, या किसी अन्य भावना का अनुभव हो, संगीत और गायन उनके हृदय की गहरी भावनाओं को व्यक्त करने का एक सशक्त साधन होते हैं।

उदाहरण: हिंदी फिल्म संगीत में गाए गए गीत जैसे "आओ तुम हो, दिल को छू जाने वाले गीत होते हैं, जो श्रोताओं के दिलों तक पहुँचते हैं। यह गाने किसी की भावनाओं का प्रतीक होते हैं और एक व्यक्ति को अपने अंदर की भावनाओं को समझने में मदद करते हैं।*

मानसिक शांति और तनाव मुक्ति: गायन मानसिक शांति और तनाव मुक्ति के लिए अत्यधिक लाभकारी होता है। संगीत की लहरों में खो जाने से व्यक्ति अपने मानसिक दबाव को हल्का महसूस करता है। यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए एक बहुत अच्छा उपाय है।

उदाहरण: प्राचीन समय से ही भारत में राग-रागिनियों का विशेष महत्व रहा है। जैसे राग 'मल्हार' को बरसात में गाने से वातावरण में शांति का अनुभव होता है और मन को शांति मिलती है।

आध्यात्मिक उन्नति: भारतीय संगीत का एक प्रमुख पहलू आध्यात्मिक उन्नति है। भारतीय शास्त्रीय संगीत में विशेष रागों का उपयोग भगवान की स्तुति और ध्यान के रूप में किया जाता है। गायन के माध्यम से व्यक्ति अपनी आत्मा से जुड़ने की कोशिश करता है और आत्मिक शांति प्राप्त करता है।

उदाहरण: भक्ति संगीत, जैसे भजन और कीर्तन, धार्मिक कार्यों और अनुष्ठानों का अभिन्न हिस्सा होते हैं। भगवान की भक्ति में डूबे हुए भजन गायन से व्यक्ति को मानसिक शांति और आध्यात्मिक अनुभव मिलता है।

शारीरिक लाभ: गायन का शारीरिक लाभ भी होता है। जब कोई व्यक्ति गाता है, तो यह उसके फेफड़ों को मजबूत करता है, आवाज़ की गुणवत्ता को बेहतर करता है, और शारीरिक रूप से भी लाभकारी होता है। यह व्यक्ति की सांसों को नियंत्रित करने में मदद करता है।

उदाहरण: गायन के दौरान सांसों का प्रबंधन करने की प्रक्रिया, प्राणायाम के समान होती है, जो शरीर को ताजगी और ऊर्जा प्रदान करती है।

भारतीय संगीत की विरासत
भारतीय संगीत की समृद्ध और विविध विरासत विश्वभर में प्रसिद्ध है। भारतीय संगीत को दो प्रमुख श्रेणियों में बांटा जा सकता है - शास्त्रीय संगीत और लोक संगीत। भारतीय शास्त्रीय संगीत की शुरुआत बहुत पुरानी है और यह आज भी अपनी प्रामाणिकता और गहरी धारा में जीवित है। भारतीय शास्त्रीय संगीत की प्रमुख शाखाएँ हैं - हिंदुस्तानी संगीत (उत्तर भारत) और कर्नाटिक संगीत (दक्षिण भारत)।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-20.12.2024-शुक्रवार.
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