"सूर्यास्त के नज़ारे वाला छत वाला बगीचा"

Started by Atul Kaviraje, December 25, 2024, 10:36:06 PM

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Atul Kaviraje

शुभ संध्या, बुधवार मुबारक हो

"सूर्यास्त के नज़ारे वाला छत वाला बगीचा"

छत पर बगीचा, जहाँ रंग बिखरे हैं, 🌸
आसमान में सूर्यास्त के रंग संजोये हैं। 🌅
पत्तों की सरसराहट और हवा का रुख, 🌿
संगम है यहाँ शांति और सुख। 🌬�

सूरज का पीला, गुलाबी रंग दिखाई दे, 🌞
आकाश में बदलते रंग हर दिल को भाए। 🎨
गुलाबी और नारंगी रंगों से सजा आकाश, 🌅
आशा का प्रतीक, नया दिन दिखाए जैसे कोई खास। ✨

पानी की छोटी लहरें छनकर जातीं, 💧
झूलते पौधों में धूप की किरणें आतीं। 🌿
यह बगीचा शांतिपूर्वक छत पर बसा, 🏡
सूर्यास्त के नज़ारे में समय रुक सा जाता। 🌜

रात के आगमन से पहले की खामोशी, 🌙
सूर्यास्त की सुंदरता में एक जादू सी है खोशी। 🌌
इस बगीचे में है सुकून की मिसाल, 🌳
छत पर बैठकर सब कुछ लगता है खास। 💖

     यह कविता एक छत वाले बगीचे में सूर्यास्त के सुंदर दृश्य की छवि प्रस्तुत करती है। सूर्य के रंग बदलने और हवा की शांति में बगीचे का हर पल आनंद से भरा होता है। यह स्थल न केवल प्राकृतिक सुंदरता बल्कि मानसिक शांति का भी प्रतीक है। 🌅🌿💧💖

Symbols and Emojis:
🌸🌞🌿🌬�🌅🎨✨💧🌜🌙🌳💖

--अतुल परब
--दिनांक-25.12.2024-बुधवार.
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