"शांतिपूर्ण ग्रामीण क्षेत्र पर रात्रि आकाश"

Started by Atul Kaviraje, December 28, 2024, 09:15:45 PM

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Atul Kaviraje

शुभ संध्या, शनिवार मुबारक हो

"शांतिपूर्ण ग्रामीण क्षेत्र पर रात्रि आकाश"

रात्रि का आकाश है गहरा और विशाल, 🌌
शांतिपूर्ण गाँव में है सब कुछ खास। 🌾
चाँद की चाँदनी, बिखरी हुई नर्म, 🌕
रात का नजारा, मन को करे सुकून से भर। ✨

तारे चमकते हैं जैसे सोने के मोती, 🌟
ग्रामीण जीवन में बसती है मिठी खामोशी। 🤫
सभी खेत हैं शांत, हवा बहती हल्की, 🌬�
रात्रि की ठंडक में मिलता है सुकून गहरी। ❄️

दूर कहीं से आती है मद्धिम आवाज, 🎶
चाँद की रौशनी पर ये ध्वनियाँ हावी नहीं। 🌙
ग्रामीण क्षेत्रों में यह शांति की रात, 🏞�
सिर्फ़ सुकून देती है, और कुछ नहीं। 💖

आकाश में तारे सजा जैसे आभूषण, ✨
धरती पर बिछी है नर्म हरी चादर। 🌿
यह रात का दृश्य है अनमोल और प्यारा, 🕊�
ग्रामीण आकाश, जीवन का सबसे सुंदर सहारा। 🌸

     यह कविता शांतिपूर्ण ग्रामीण क्षेत्र में रात के आकाश की सुंदरता और शांति का चित्रण करती है। आकाश में चमकते तारे, चाँद की रौशनी और हवाओं की हल्की आवाज़, सभी मिलकर एक गहरी सुकून देने वाली रात को जन्म देते हैं, जहाँ सब कुछ शांत और सुंदर है। 🌾🌌🌕✨

Symbols and Emojis:
🌌🌾✨🌕🌬�❄️🎶🌙🏞�💖🌿🕊�🌸

--अतुल परब
--दिनांक-28.12.2024-शनिवार.
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