अम्बाबाई के नवरात्रि महोत्सव का महत्व-1

Started by Atul Kaviraje, January 03, 2025, 10:44:52 PM

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Atul Kaviraje

अम्बाबाई के नवरात्रि महोत्सव का महत्व-

प्रस्तावना:

भारत में नवरात्रि का पर्व एक अत्यंत महत्त्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सव है। विशेष रूप से महाराष्ट्र में अम्बाबाई (अम्बा माता) के नवरात्रि महोत्सव को बहुत श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। यह पर्व देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा के रूप में मनाया जाता है और समाज में शक्ति, संप्रभुता, और बुराई के प्रति संघर्ष की भावना को जागृत करता है। अम्बाबाई का नवरात्रि महोत्सव न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह समाज में धार्मिक एकता, भक्ति, और सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक भी है। इस लेख में हम अम्बाबाई के नवरात्रि महोत्सव के महत्व को समझेंगे और उसकी भक्ति भावना, समाज पर प्रभाव, और उदारणों के साथ विवेचन करेंगे।

अम्बाबाई के नवरात्रि महोत्सव का महत्व:
देवी अम्बा का महत्व: अम्बा माता या अम्बाबाई का पवित्र स्थान महाराष्ट्र के सांगली जिले में स्थित है। वह देवी दुर्गा के रूप में पूजी जाती हैं, और उनकी पूजा से जीवन में शांति, सुख, और समृद्धि की प्राप्ति होती है। अम्बाबाई की पूजा के दौरान भक्त न केवल देवी की आराधना करते हैं, बल्कि वे जीवन की कठिनाइयों और बुराइयों से मुक्ति पाने के लिए आशीर्वाद भी प्राप्त करते हैं।

नवरात्रि महोत्सव का धार्मिक महत्व: नवरात्रि महोत्सव का आयोजन विशेष रूप से देवी दुर्गा की पूजा के लिए किया जाता है। यह नौ दिन का पर्व है, जिसमें देवी के विभिन्न रूपों की पूजा की जाती है। हर दिन एक विशेष देवी रूप की पूजा होती है, जैसे कि:

प्रथम दिन: देवी शैलपुत्री
दूसरे दिन: देवी ब्रह्मचारिणी
तीसरे दिन: देवी चंद्रघंटा
चौथे दिन: देवी कूष्मांडा
पाँचवे दिन: देवी स्कंदमाता
छठे दिन: देवी कात्यायनी
सातवें दिन: देवी कालरात्रि
आठवें दिन: देवी महागौरी
नौवे दिन: देवी सिद्धिदात्री
इन नौ दिनों के दौरान, भक्त विशेष पूजा और उपवासा करते हैं। अम्बाबाई के नवरात्रि महोत्सव में शक्ति की पूजा का महत्व है, जहां भक्त देवी अम्बा से शक्ति और आशीर्वाद की कामना करते हैं।

भक्ति और विश्वास की भावना: अम्बाबाई का नवरात्रि महोत्सव भक्तों में एक गहरी भक्ति और विश्वास की भावना को उत्पन्न करता है। भक्त श्रद्धा से अम्बाबाई की पूजा करते हैं और उनके जीवन में आने वाली बाधाओं और संकटों से उबरने के लिए देवी से मदद मांगते हैं। नवरात्रि के इस समय में भक्त अपनी आत्मशुद्धि के लिए मंत्रोच्चारण, उपवासी व्रत, और पूजा अर्चना करते हैं। यह उन्हें मानसिक शांति, आत्मविश्वास और सशक्त बनने की प्रेरणा देता है।

समाज पर प्रभाव: नवरात्रि महोत्सव समाज में एकता, भाईचारे और सकारात्मकता का संदेश देता है। इस दौरान समाज के विभिन्न वर्ग के लोग एकत्र होते हैं, और एकजुट होकर पूजा अर्चना करते हैं। यह पर्व समाज में एकता और सामूहिक भावना को बढ़ावा देता है, साथ ही समाज में धार्मिक और सांस्कृतिक जागरूकता का संचार करता है।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-03.01.2025-शुक्रवार.
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