राष्ट्रीय पक्षी दिवस - कविता-

Started by Atul Kaviraje, January 05, 2025, 10:24:43 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

राष्ट्रीय पक्षी दिवस -  कविता-

आसमान में चहकता, मोर का गीत सुना,
रंगों से सजा, आभा में बसा। 🌈🦚
पंखों की लहर में झूमे संसार सारा,
मोर है प्रकृति का अद्भुत सहारा। 🌳🌿

झीलों के किनारे, बागों में गाता,
हर दिल में खुशी, उसका स्वर बहता। 🎶
रंग-बिरंगे रेशमी पंखों से सजा,
जीवन में रंग भरता, मोर का अनोखा क़ाफ़ा। ✨

आज है दिन खास, मोर का सम्मान,
राष्ट्रीय पक्षी दिवस का है महान अभियान। 🎉
संरक्षण हो इसका, बने हम सब जागरूक,
सुरक्षित रहे यह, हमारी ज़िम्मेदारी, हमारी शान। 🙏

अर्थ:

यह कविता राष्ट्रीय पक्षी मोर के सौंदर्य और महत्व को प्रदर्शित करती है। मोर के सुंदर पंख और उसकी आवाज को प्राकृतिक सौंदर्य का प्रतीक बताया गया है। इसके साथ ही यह कविता इस दिन की महत्ता को स्वीकार करते हुए हमें मोर के संरक्षण का संदेश देती है। राष्ट्रीय पक्षी दिवस के अवसर पर यह याद दिलाया गया है कि हमें अपने प्राकृतिक धरोहर का सम्मान और संरक्षण करना चाहिए।

चित्र, प्रतीक और इमोजी:

🦚 - मोर
🌳 - पेड़ और प्रकृति
🎶 - संगीत, मोर का गान
🌈 - रंगों की विविधता
🎉 - खुशी और उत्सव
🙏 - संरक्षण और कृतज्ञता

संदेश:

राष्ट्रीय पक्षी दिवस हमें मोर के संरक्षण और प्रकृति के साथ जुड़ने की प्रेरणा देता है। मोर का महत्व न केवल हमारी संस्कृति में, बल्कि पर्यावरण में भी है। यह दिन हमें अपनी जिम्मेदारी याद दिलाता है, ताकि हम सभी इसे सुरक्षित और सुंदर बना सकें।

--अतुल परब
--दिनांक-05.01.2025-रविवार.
===========================================