12 जनवरी, 2025 - राष्ट्रीय युवा दिवस-

Started by Atul Kaviraje, January 12, 2025, 11:44:31 PM

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Atul Kaviraje

12 जनवरी, 2025 - राष्ट्रीय युवा दिवस-

हर साल 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन विशेष रूप से भारतीय समाज के युवा वर्ग को प्रेरित करने के लिए मनाया जाता है। यह दिन स्वामी विवेकानंद की जयंती के रूप में भी जाना जाता है, जिनका जीवन और उनके विचार आज भी युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। स्वामी विवेकानंद के योगदान और उनके विचारों ने भारतीय समाज में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने में अहम भूमिका निभाई है। उनके विचारों ने न केवल भारत, बल्कि पूरे विश्व को एक नई दिशा दी।

राष्ट्रीय युवा दिवस का महत्त्व:
राष्ट्रीय युवा दिवस का महत्त्व इस कारण से है क्योंकि यह हमारे देश के युवाओं को एकजुट करता है और उन्हें अपनी शक्ति, सामर्थ्य और सामाजिक जिम्मेदारियों का अहसास कराता है। स्वामी विवेकानंद का जीवन और उनके विचार युवा वर्ग के लिए प्रेरणादायक रहे हैं, जो अपने जीवन में उच्च उद्देश्य और नैतिकता को महत्व देते हुए समाज की सेवा करते हैं। स्वामी विवेकानंद का मानना था कि देश का भविष्य उसके युवाओं के हाथों में है, और अगर युवा अपनी ताकत को सही दिशा में लगाते हैं, तो वे न केवल अपने जीवन को बदल सकते हैं, बल्कि समाज और राष्ट्र के विकास में भी योगदान दे सकते हैं।

स्वामी विवेकानंद ने हमेशा युवाओं को आत्मनिर्भर, आत्मविश्वासी और समाज के प्रति अपने कर्तव्यों के प्रति जागरूक रहने की सलाह दी। उन्होंने यह भी कहा था कि युवाओं के भीतर अपरिमित शक्ति और क्षमता होती है, जिसे सही दिशा में लगाया जा सकता है। आज का दिन हमें उनके जीवन के आदर्शों को याद करने और अपने जीवन में उनका पालन करने की प्रेरणा देता है।

स्वामी विवेकानंद के विचारों का प्रभाव:
स्वामी विवेकानंद के विचारों ने न केवल भारतीय समाज को जागरूक किया, बल्कि उन्होंने युवाओं को अपने जीवन के उद्देश्य को पहचानने के लिए प्रेरित किया। उनका सबसे प्रसिद्ध वाक्य "उठो, जागो और लक्ष्य प्राप्ति तक न रुको" आज भी लाखों युवाओं को प्रेरित करता है। स्वामी विवेकानंद का मानना था कि युवा वह शक्ति है, जो समाज में बदलाव ला सकती है। उन्होंने यह भी कहा था कि यदि एक युवा समाज में बदलाव लाना चाहता है, तो उसे सबसे पहले अपने भीतर आत्मविश्वास और शक्ति का निर्माण करना चाहिए।

स्वामी विवेकानंद का योगदान न केवल भारतीय संस्कृति और धर्म के प्रचार में था, बल्कि उन्होंने दुनियाभर में भारतीय सभ्यता और संस्कृति का प्रभावी रूप से प्रचार किया। उनका आदर्श जीवन जीने का तरीका था, और उन्होंने समाज के हर वर्ग के लोगों के लिए कार्य करने की प्रेरणा दी। उनकी शिक्षाओं में हमेशा यह संदेश था कि युवा शक्ति का सही दिशा में उपयोग करने से समाज और राष्ट्र के उत्थान में मदद मिल सकती है।

उदाहरण:
स्वामी विवेकानंद के विचारों का पालन करते हुए अनेक युवा आज समाज सेवा, शिक्षा, राजनीति, और विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। उदाहरण के तौर पर, युवा सामाजिक कार्यकर्ता, उद्यमी और नेतृत्व के क्षेत्र में अपने कार्यों से समाज को बेहतर बना रहे हैं। इसके अलावा, देश में कई युवा संगठनों द्वारा स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं को फैलाया जा रहा है, ताकि अधिक से अधिक लोग उनकी प्रेरणा से मार्गदर्शन प्राप्त कर सकें।

स्वामी विवेकानंद ने जो शारीरिक, मानसिक और आत्मिक संतुलन की बात की, उसे समझते हुए आज का युवा अपनी शिक्षा, कार्यक्षमता और व्यक्तित्व विकास में अग्रसर हो रहा है। उनका यह संदेश कि "तुम्हारा अपना आत्मविश्वास ही तुम्हारा सबसे बड़ा मित्र है", आज के युवा वर्ग के लिए एक अमूल्य उपहार है।

कविता:

उठो, जागो और सपने को साकार करो,
स्वामी विवेकानंद के मार्ग को अपनाओ।
सच्ची ताकत है आत्मविश्वास में,
इससे जीवन में सच्चा मार्ग पाओ।

धरती पर हर इंसान है महान,
कभी न रुकें, लक्ष्य प्राप्ति में यथासंभव मान।
संघर्ष और मेहनत से मिलेगी सफलता,
युवाओं का काम है भविष्य को सवारना।

अपने देश को ऊँचाई तक पहुंचाना है,
समाज की सेवा में योगदान देना है।
स्वामी विवेकानंद की राह पर चलना है,
और अपने जीवन को साकार बनाना है।

राष्ट्रीय युवा दिवस के संदेश:

राष्ट्रीय युवा दिवस के इस अवसर पर, हम सभी को यह समझना चाहिए कि स्वामी विवेकानंद के विचारों का पालन करके हम अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं। वे हमें यह सिखाते हैं कि आत्मविश्वास, समर्पण, और संघर्ष के साथ हम किसी भी लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। यह दिन हमें यह याद दिलाता है कि हम युवा हैं, और हमें अपने समाज और राष्ट्र की प्रगति के लिए अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए।

आज के युवा कल के नेता हैं। स्वामी विवेकानंद ने यह कहा था कि, "युवाओं की शक्ति से ही राष्ट्र को प्रगति और सफलता मिल सकती है।" इस दिन को मनाने का उद्देश्य हमारे युवाओं को यह प्रेरणा देना है कि वे अपने भीतर छिपी हुई शक्तियों को पहचानें और उन्हें सही दिशा में लगाएं, ताकि वे न केवल अपने जीवन को सफल बना सकें, बल्कि समाज के लिए भी कुछ बड़ा कर सकें।

राष्ट्रीय युवा दिवस का यह अवसर हमें यह याद दिलाता है कि युवा शक्ति ही राष्ट्र की शक्ति है। स्वामी विवेकानंद के आदर्शों को आत्मसात कर हम अपने जीवन को और समाज को बेहतर बना सकते हैं। हम सभी को स्वामी विवेकानंद के विचारों को अपने जीवन में अपनाना चाहिए और एक सकारात्मक बदलाव की दिशा में काम करना चाहिए।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-12.01.2025-रविवार.
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