देवी दुर्गा के 'सिंहवाहिनी' रूप का महत्व-2

Started by Atul Kaviraje, January 16, 2025, 12:09:18 AM

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Atul Kaviraje

देवी दुर्गा के 'सिंहवाहिनी' रूप का महत्व-
(The Importance of Goddess Durga's 'Lion-Riding' Form)

मानवता की रक्षा (Protection of Humanity):
देवी दुर्गा का शेर पर सवार होना यह भी दर्शाता है कि वह सिर्फ अपनी शक्ति का ही नहीं, बल्कि मानवता की रक्षा का भी प्रतीक हैं। जब भी समाज में भ्रष्टाचार, अत्याचार, और अन्याय फैलते हैं, देवी दुर्गा शेर के रूप में प्रकट होकर समाज की रक्षा करती हैं और बुराई का नाश करती हैं। उनका यह रूप हमें यह सिखाता है कि जब भी समाज में बुराई बढ़ती है, तो सत्य और धर्म के पालन से हम उसे नष्ट कर सकते हैं।

उदाहरण:
जैसे देवी दुर्गा ने महिषासुर के अत्याचारों को समाप्त किया, वैसे ही हमें भी अपने समाज में फैली हुई बुराईयों को समाप्त करने के लिए एकजुट होना चाहिए और सत्य की राह पर चलना चाहिए।

लघु कविता (Short Poem):-

"सिंहवाहिनी देवी दुर्गा"

शेर पर सवार देवी दुर्गा,
सर्वशक्तिमान और वीर।
बुराई को नष्ट करने आईं,
दृढ़ संकल्पित और अडिगं।

धर्म की रक्षिका, सत्य की देवी,
साहस और शक्ति से भरी।
जग में फैले अंधकार को,
नष्ट करने को आईं वे।

निष्कर्ष (Conclusion):

देवी दुर्गा का 'सिंहवाहिनी' रूप शक्ति, साहस, और मानसिक दृढ़ता का प्रतीक है। यह रूप न केवल भौतिक युद्ध में विजय प्राप्त करने की शक्ति का प्रतीक है, बल्कि यह मानसिक और आत्मिक युद्ध में भी हमें प्रेरित करता है। देवी दुर्गा का शेर के साथ यह रूप हमें यह सिखाता है कि हमें अपने जीवन में हर कठिनाई का सामना साहस और विश्वास के साथ करना चाहिए। जैसे देवी दुर्गा ने बुराई के खिलाफ युद्ध किया, वैसे ही हमें भी अपने जीवन में सत्य और धर्म की राह पर चलना चाहिए, ताकि हम अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकें और जीवन में शांति और संतुलन बनाए रख सकें।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-10.01.2025-शुक्रवार.
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