डिजिटल साक्षरता का महत्त्व-2

Started by Atul Kaviraje, January 18, 2025, 06:30:16 PM

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Atul Kaviraje

डिजिटल साक्षरता का महत्त्व-

डिजिटल साक्षरता का विस्तृत विवेचन-

1. शिक्षा का डिजिटल रूपांतरण
आजकल शिक्षा में तकनीकी नवाचारों ने काफी बदलाव किया है। ऑनलाइन शिक्षा ने छात्रों के लिए वैश्विक स्तर पर ज्ञान प्राप्ति के द्वार खोले हैं। उदाहरण के लिए, भारत में स्वयं पोर्टल और एनपीटीईएल जैसे डिजिटल प्लेटफार्मों के माध्यम से छात्र उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं। डिजिटल कक्षाएं, वीडियो लेक्चर, ई-बुक्स, और अन्य शैक्षणिक सामग्री छात्रों के लिए सहजता से उपलब्ध हैं। ऐसे में डिजिटल साक्षरता आवश्यक हो गई है, ताकि छात्र इन संसाधनों का सही तरीके से उपयोग कर सकें।

2. डिजिटल वित्तीय साक्षरता
आधुनिक समय में, बैंकों से लेकर छोटे व्यवसायों तक, सभी को डिजिटल प्लेटफार्म पर काम करना पड़ता है। ऑनलाइन बैंकििंग, UPI पेमेंट, ई-वॉलेट जैसी सेवाएं डिजिटल साक्षरता के बिना असंभव हैं। इन तकनीकों का सही इस्तेमाल करने के लिए व्यक्ति को डिजिटल साक्षरता की आवश्यकता होती है। यदि आप ऑनलाइन खरीदारी करते हैं, तो आपको डिजिटल भुगतान, पासवर्ड सुरक्षा और अन्य धोखाधड़ी से बचाव के उपायों की जानकारी होनी चाहिए।

3. सोशल मीडिया और ऑनलाइन संवाद
आजकल के समाज में सोशल मीडिया पर संवाद करना एक सामान्य बात बन चुकी है। यह न केवल व्यक्तिगत संवाद के लिए, बल्कि व्यवसायिक उद्देश्यों के लिए भी अत्यधिक प्रभावी है। ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन जैसे प्लेटफार्म पर हम अपनी आवाज उठा सकते हैं, विचार साझा कर सकते हैं, और नए अवसरों का लाभ उठा सकते हैं। लेकिन इन प्लेटफार्मों का जिम्मेदारी से उपयोग करने के लिए डिजिटल साक्षरता बेहद जरूरी है। सोशल मीडिया पर गलत जानकारी फैलने और पहचान की चोरी जैसी घटनाओं से बचने के लिए यह अनिवार्य है।

4. साइबर सुरक्षा और गोपनीयता
इंटरनेट पर आने वाली बढ़ती समस्याओं को देखते हुए साइबर सुरक्षा की समझ होना बेहद जरूरी है। आजकल हर कोई इंटरनेट का उपयोग करता है, लेकिन बहुत कम लोग यह जानते हैं कि ऑनलाइन गतिविधियों में कितनी सुरक्षा खतरें हो सकते हैं। पासवर्ड मैनेजमेंट, ऑनलाइन धोखाधड़ी, फिशिंग अटैक से बचाव और व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा के लिए डिजिटल साक्षरता आवश्यक है। यदि व्यक्ति साइबर सुरक्षा के बारे में साक्षर नहीं है, तो वह आसानी से धोखाधड़ी का शिकार हो सकता है।

5. डिजिटल साक्षरता और सामाजिक समावेशन
डिजिटल साक्षरता का एक महत्वपूर्ण पहलू यह भी है कि यह समाज में सभी वर्गों के बीच समान अवसर प्रदान करता है। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को सरकारी योजनाओं और डिजिटल शिक्षा तक पहुँचाने के लिए डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा दिया जा रहा है। कई सरकारें डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम चला रही हैं, ताकि सभी लोग इंटरनेट और डिजिटल उपकरणों का सही उपयोग कर सकें।

निष्कर्ष
डिजिटल साक्षरता आज के समय की सबसे बड़ी आवश्यकता बन चुकी है। यह केवल व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास में ही सहायक नहीं है, बल्कि यह हमारे समाज को एक समृद्ध, सूचनायुक्त और सुरक्षित स्थान बनाने में भी मदद करती है। तकनीकी दुनिया में प्रगति के साथ यह भी जरूरी है कि हम डिजिटल साधनों का सही और जिम्मेदारी से उपयोग करें। डिजिटल साक्षरता हमे इंटरनेट की पूरी ताकत का सही उपयोग करना सिखाती है, जिससे हम न केवल अपनी व्यक्तिगत, बल्कि सामाजिक और आर्थिक प्रगति भी सुनिश्चित कर सकते हैं।

शुभ डिजिटल साक्षरता! 🌐💡

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-17.01.2025-शुक्रवार.
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