विश्व राजनीति में भारत का ऐतिहासिक स्थान और भूमिका-2

Started by Atul Kaviraje, February 16, 2025, 07:41:52 PM

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Atul Kaviraje

विश्व राजनीति में भारत का ऐतिहासिक स्थान और भूमिका-

उदाहरण के रूप में भारत का योगदान:

गांधी जी का सत्याग्रह: महात्मा गांधी के नेतृत्व में भारत ने ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ शांतिपूर्ण संघर्ष किया। उनका आंदोलन न केवल भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का हिस्सा था, बल्कि यह पूरे दुनिया में संघर्षों के लिए एक प्रेरणा बना। उनके अहिंसा के सिद्धांत ने पूरी दुनिया को यह दिखाया कि कूटनीतिक और शांतिपूर्ण तरीके से भी बड़ी शक्ति से लड़ा जा सकता है।

नेहरू का गुटनिरपेक्षता सिद्धांत: पंडित नेहरू ने दुनिया के विभिन्न देशों के साथ सहयोग को बढ़ावा दिया और किसी एक शक्ति से न जुड़ने का मार्ग अपनाया। उनका गुटनिरपेक्षता का सिद्धांत आज भी वैश्विक राजनीति में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है।

कविता:-

🌸 "भारत की राजनीति" 🌸

भारत की राजनीति, वह अडिग पर्वत है,
जिसकी छांव में हर संघर्ष सजीव होता है।
अहिंसा और सत्य, इसकी बुनियाद बनी,
हर दिल में उमंग, हर आँख में रौशनी।

विश्व राजनीति में, इसका अद्वितीय स्थान,
जहां संघर्षों ने जन्म लिया, वहां था भारत का ज्ञान।
नेहरू का गुटनिरपेक्ष दृष्टिकोण,
गांधी का अहिंसा से संघर्ष, यह था भारत का मार्ग।

चमकते हुए सितारे, दुनिया की छांव में,
भारत का योगदान, विश्व राजनीति के ताज में।
आओ हम सभी, इस देश को सलाम करें,
इसकी शक्ति और सम्मान को हम मानें।

निष्कर्ष:

भारत का ऐतिहासिक स्थान और भूमिका विश्व राजनीति में हमेशा प्रमुख रही है। चाहे वह महात्मा गांधी का अहिंसा का सिद्धांत हो, पंडित नेहरू का गुटनिरपेक्षता का दृष्टिकोण हो, या फिर आज के भारत की वैश्विक आर्थिक और सामरिक स्थिति हो, भारत ने हमेशा दुनिया में शांति, विकास और समानता के लिए अपनी भूमिका निभाई है। आज भी, भारत वैश्विक मंच पर अपनी आवाज को मजबूती से प्रस्तुत करता है और उसे सुना जाता है।

भारत का यह योगदान न केवल क्षेत्रीय बल्कि वैश्विक राजनीति में भी अविस्मरणीय रहेगा। दुनिया के हर कोने में भारत की पहचान और उसकी भूमिका का सम्मान किया जाता है।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-15.02.2025-शनिवार.
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