भौम प्रदोष - एक सुंदर भक्ति भावपूर्ण कविता-

Started by Atul Kaviraje, February 25, 2025, 10:11:54 PM

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Atul Kaviraje

भौम प्रदोष - एक सुंदर भक्ति भावपूर्ण कविता-

प्रस्तावना:
प्रदोष व्रत हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण व्रत है, जो हर माह के त्रयोदशी तिथि को किया जाता है। भौम प्रदोष व्रत विशेष रूप से मंगलवार को मनाया जाता है और यह भगवान शिव और मंगल देव की पूजा से जुड़ा हुआ होता है। इस दिन भगवान शिव की पूजा से भक्तों के सभी कष्ट दूर होते हैं और मंगल देव की कृपा से जीवन में सुख-शांति आती है। यह व्रत विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी है, जो किसी प्रकार की अशांति या संकट का सामना कर रहे हैं।

भौम प्रदोष व्रत पर भक्ति भावपूर्ण कविता:-

पहला चरण:
प्रदोष व्रत का दिन आया, मंगल की कृपा समेटे,
भगवान शिव के चरणों में, भक्त शरण लगे। 🙏✨
मंगलवार का दिन है खास, भक्ति का अनमोल पल,
शिव का आशीर्वाद मिले, जीवन हो हरदम सफल। 🌺🌟

हिंदी अर्थ:
प्रदोष व्रत का दिन विशेष होता है, जिसमें भक्त भगवान शिव और मंगल देव की पूजा करते हैं। इस दिन की विशेषता से जीवन में सफलता और सुख की प्राप्ति होती है।

दूसरा चरण:
भौम प्रदोष के दिन हम सब, शिव और मंगल से जुड़ते,
हर दुख को दूर करके, हम सुख की ओर बढ़ते। 🙌💖
मंगल की पूजा करें, शिव के मंत्रों का जाप,
हर मनोकामना पूरी हो, यही हो हमारी साधना का लक्ष्य। 🎶🕉�

हिंदी अर्थ:
इस दिन हम भगवान शिव और मंगल देव की पूजा करके अपने जीवन से दुखों को हटाते हैं और सुख-शांति की प्राप्ति करते हैं। इस दिन का उद्देश्य भगवान से आशीर्वाद प्राप्त करना है।

तीसरा चरण:
शिव शंकर की महिमा से, जीवन को नया मोड़ मिले,
मंगल ग्रह की कृपा से, हर परेशानी दूर हो। 🌿✨
प्रदोष व्रत से मिलता है, शांति और समृद्धि का वर,
भक्ति भाव से मन में, खुशियाँ ही खुशियाँ हो। 💫🙏

हिंदी अर्थ:
भगवान शिव और मंगल की महिमा से जीवन में समृद्धि और शांति आती है। प्रदोष व्रत से मानसिक शांति और सुख की प्राप्ति होती है।

चौथा चरण:
शिव के साथ मंगल का, संगम हो दिन ये खास,
भक्ति भाव से श्रद्धा में, हमें मिले आशीर्वाद। 🌹💫
हर मनोकामना पूरी हो, इस दिन की पूजा से,
भौम प्रदोष में हो आनंद, सुख से भरी हो हर राह। 🌞🌼

हिंदी अर्थ:
इस दिन शिव और मंगल का संगम विशेष होता है, जिससे भक्तों को सुख और शांति की प्राप्ति होती है। इस व्रत के माध्यम से भगवान से आशीर्वाद मिलता है।

कविता का सारांश:
भौम प्रदोष व्रत विशेष रूप से भगवान शिव और मंगल देव की पूजा का दिन है। यह दिन भक्तों के लिए विशेष लाभकारी होता है, जिसमें भक्त अपनी श्रद्धा और भक्ति से भगवान से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। यह व्रत जीवन में समृद्धि, शांति और सफलता की प्राप्ति का मार्ग खोलता है।

संक्षिप्त अर्थ:
भौम प्रदोष व्रत में भगवान शिव और मंगल देव की पूजा से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि मिलती है। इस दिन श्रद्धा और भक्ति से किया गया व्रत कई प्रकार के दोषों को समाप्त करता है और जीवन को दिशा देता है।

प्रतीक, इमोजी और चित्र:

🙏🌸🌿 (भगवान शिव की पूजा का प्रतीक)
🕉�🎶 (शिव मंत्रों का जाप)
✨🌹 (सौम्यता और शांति का प्रतीक)
💖🕯� (आशीर्वाद और भक्ति भाव)
🌞🌼 (सुख और समृद्धि का प्रतीक)

निष्कर्ष:
भौम प्रदोष व्रत एक महान धार्मिक अवसर है, जिसमें श्रद्धा और भक्ति से हम भगवान शिव और मंगल देव की पूजा करते हैं। इस दिन से हमें जीवन में शांति, समृद्धि और सफलता की प्राप्ति होती है। भक्ति भाव से इस व्रत को करना हमारे जीवन को सकारात्मक दिशा में ले जाता है।

--अतुल परब
--दिनांक-25.02.2025-मंगळवार.
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