भारतीय विज्ञान और उसका परिप्रेक्ष्य-1

Started by Atul Kaviraje, March 03, 2025, 07:02:20 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

भारतीय विज्ञान और उसका परिप्रेक्ष्य-

विज्ञान का अर्थ है ज्ञान या विज्ञान जो सत्य को समझने और प्रकृति की गहरी समझ को प्राप्त करने में मदद करता है। भारतीय विज्ञान का इतिहास बहुत पुराना और समृद्ध है। प्राचीन भारत ने कई वैज्ञानिक शोध और आविष्कार किए जो न केवल भारतीय संस्कृति का हिस्सा बने, बल्कि पूरी दुनिया पर भी उनका असर पड़ा। भारतीय संस्कृति ने विज्ञान और धर्म को एक साथ जोड़ा, और यह विचारधारा आज भी हमारे जीवन में प्रकट होती है।

भारत के महान वैज्ञानिक, गणितज्ञ, और दार्शनिकों ने अपने समय में विज्ञान के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण योगदान दिए। भारत का प्राचीन ज्ञान आज भी हमारे दैनिक जीवन में उपयोगी है। भारत के वैज्ञानिक दृष्टिकोण ने समाज को और दुनिया को एक नया दृष्टिकोण दिया है, जो आज भी प्रासंगिक है।

भारतीय विज्ञान का इतिहास
प्राचीन भारत में विज्ञान के कई पहलुओं का शोध हुआ था। उदाहरण स्वरूप:

गणित: भारत ने गणित में बहुत बड़ी उपलब्धियाँ प्राप्त की हैं। आर्यभट्ट, भास्कराचार्य (भास्कर- II), और ब्राह्मगुप्त जैसे महान गणितज्ञों ने शून्य (0) की अवधारणा दी, जो आधुनिक गणित का आधार है। उनके कार्यों ने पश्चिमी दुनिया में भी अपनी जगह बनाई।

आयुर्वेद: आयुर्वेद भारतीय चिकित्सा पद्धति है, जो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए प्राकृतिक उपचारों पर आधारित है। चरक संहिता और सुश्रुत संहिता जैसे ग्रंथों ने आयुर्वेद की नींव रखी। सुश्रुत को सर्जरी का जनक माना जाता है, क्योंकि उन्होंने शरीर के अंगों के उपचार और पुनर्निर्माण के लिए प्रक्रियाएँ विकसित की थीं।

ग्रह-नक्षत्रों का अध्ययन (खगोलशास्त्र): भारतीय खगोलशास्त्र का इतिहास बहुत पुराना है। भास्कराचार्य ने ही सूर्य की स्थिति और पृथ्वी के गति के बारे में सही जानकारी दी। आर्यभट्ट ने बताया था कि पृथ्वी गोल है और यह सूर्य के चारों ओर घूमती है।

संस्कृत और धातुकर्म: भारत में प्राचीन काल में धातुकर्म (मेटलर्जिकल साइंसेस) का अध्ययन भी हुआ था। पाटलिपुत्र और मगध के दौरान प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कई आविष्कार हुए थे। भारतीय कारीगरों और शिल्पकारों ने धातु विज्ञान में काफी दक्षता प्राप्त की थी।

आज के भारतीय विज्ञान में योगदान
आज भी भारत में वैज्ञानिकों द्वारा किए गए कई योगदान हैं। इनमें प्रमुख हैं:

अंतरिक्ष विज्ञान (Space Science): भारत ने अंतरिक्ष विज्ञान में भी कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इसरो (Indian Space Research Organisation) ने मंगलयान और चंद्रयान जैसे मिशनों को सफलतापूर्वक लांच किया, जो अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारतीय वैज्ञानिकों की उपलब्धियों का प्रतीक हैं।

सूचना प्रौद्योगिकी (Information Technology): भारत की सूचना प्रौद्योगिकी (IT) के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। भारतीय कंपनियाँ और वैज्ञानिक लगातार नई-नई तकनीकों में योगदान दे रहे हैं। भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनियाँ पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हैं, और भारत ने एप्पल, गूगल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियों में शीर्ष पदों पर भारतीय पेशेवरों को भेजा है।

बायोमेडिकल विज्ञान: भारत में पोलियो और पारलाइसिस जैसी बीमारियों के इलाज के लिए अनुसंधान किए गए हैं। इसके अलावा, भारत ने कई नैनो टेक्नोलॉजी, जीनोमिक्स और अन्य बायोमेडिकल क्षेत्रों में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-02.03.2025-रविवार.
===========================================