पर्यावरणीय परिप्रेक्ष्य से भारत की भूमिका पर कविता-

Started by Atul Kaviraje, March 04, 2025, 10:17:18 PM

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Atul Kaviraje

पर्यावरणीय परिप्रेक्ष्य से भारत की भूमिका पर कविता-

परिचय: भारत, एक विशाल और विविधतापूर्ण देश है जो प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर है। लेकिन आज के समय में, पर्यावरणीय संकट दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। वनों की कटाई, प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन और अन्य प्राकृतिक संकटों के कारण हमें जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है। भारत का पर्यावरणीय परिप्रेक्ष्य एक जिम्मेदारी और चुनौती है, जिसे हम सबको मिलकर सुलझाना होगा।

कविता: पर्यावरणीय परिप्रेक्ष्य से भारत की भूमिका-

चरण 1:
भारत का हर कोना हरा-भरा, प्यारा,
वनों की छांव, नदियों का प्यारा।
प्राकृतिक धरोहर से महकता यह देश,
यह भारत की सुंदरता का है एक श्रेष्ठ।

🌳🌍

अर्थ:
भारत का हर क्षेत्र हरा-भरा और सुंदर है, जहाँ वन और नदियाँ इसकी शांति और सुंदरता का प्रतीक हैं। यह हमारे देश की प्राकृतिक धरोहर है जो हमें जीवन और ताजगी प्रदान करती है।

चरण 2:
लेकिन बढ़ते प्रदूषण ने लिया आकार,
हवाएँ हुईं गंदी, और बढ़ता ख़तरा है हर बार।
नदियों में कचरा, जलवायु परिवर्तन का असर,
यह हमें सोचने पर मजबूर करता है, हर इंसान का अस्तित्व खतरे में है इस सफर।

🌫�💧

अर्थ:
हालाँकि भारत का प्राकृतिक सौंदर्य अद्भुत है, पर प्रदूषण के कारण हवा और जल के स्रोतों पर बुरा असर पड़ा है। जलवायु परिवर्तन के कारण हमें गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, और हमें यह समझना चाहिए कि इसका असर हमारे अस्तित्व पर भी पड़ सकता है।

चरण 3:
संरक्षण का संदेश हमें देना है,
प्राकृतिक संसाधनों को बचाना है।
हमेशा पेड़ लगाएं, जल बचाएं,
स्वच्छ वातावरण में ही जीवन को अपनाएं।
🌱💦

अर्थ:
हमें प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करना चाहिए। हमें पेड़ लगाने, पानी बचाने और स्वच्छ वातावरण को बनाए रखने के लिए कदम उठाने चाहिए। यह पर्यावरण की रक्षा करने का सबसे प्रभावी तरीका है।

चरण 4:
भारत का दायित्व बड़ा है, जागरूकता फैलानी है,
प्राकृतिक संपदा की रक्षा, हम सबका कर्तव्य बनानी है।
हम सभी मिलकर एक नई शुरुआत करें,
पर्यावरण के लिए एक मजबूत कदम बढ़ाएं।
🌍✊

अर्थ:
भारत का यह कर्तव्य है कि वह पर्यावरण की रक्षा में जागरूकता फैलाए और हर नागरिक को इसमें भागीदार बनाए। हमें मिलकर पर्यावरण की रक्षा के लिए एक मजबूत कदम बढ़ाना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ियों को एक स्वच्छ और स्वस्थ पर्यावरण मिल सके।

निष्कर्ष:
भारत को पर्यावरण की रक्षा के लिए बड़े कदम उठाने होंगे। इसे बचाने के लिए हम सबको अपने जीवन में छोटे-छोटे बदलाव करने होंगे। पेड़ लगाना, पानी बचाना और प्रदूषण को कम करना जैसे प्रयासों से हम अपने देश को एक स्वस्थ और सुरक्षित स्थान बना सकते हैं। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम मिलकर पर्यावरण की रक्षा करें ताकि आने वाली पीढ़ियाँ भी इसका आनंद ले सकें।

जय भारत, जय पर्यावरण! 🌿💚

--अतुल परब
--दिनांक-04.03.2025-मंगळवार.
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