महात्मा गांधी का जीवन-1

Started by Atul Kaviraje, March 06, 2025, 10:18:04 PM

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Atul Kaviraje

महात्मा गांधी का जीवन-

महात्मा गांधी, जिनका वास्तविक नाम मोहनदास करमचंद गांधी था, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान नेता और अहिंसा के प्रतीक थे। उनका जीवन सत्य, अहिंसा, और प्रेम का प्रतीक बनकर भारतीय और विश्व राजनीति में अमिट छाप छोड़ गया। उनका जीवन एक उदाहरण है, जो यह सिखाता है कि किसी भी महान उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए न केवल शारीरिक बल, बल्कि मानसिक और नैतिक शक्ति की आवश्यकता होती है। गांधीजी का जीवन संघर्ष, समर्पण, और सत्य के प्रति अडिग विश्वास से भरा हुआ था।

महात्मा गांधी का प्रारंभिक जीवन:
महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर, गुजरात में हुआ था। उनके पिता, करमचंद गांधी, एक प्रमुख अधिकारी थे, और उनकी माता, पुतलीबाई, धार्मिक और उच्च नैतिक मूल्यों वाली महिला थीं। गांधीजी का जीवन शुरू से ही धार्मिक और नैतिक शिक्षा से प्रभावित था।

गांधी जी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पोरबंदर और राजकोट में प्राप्त की। बाद में उन्होंने इंग्लैंड में कानून की पढ़ाई की और एक वकील बनने के बाद दक्षिण अफ्रीका में काम करने के लिए गए, जहां उन्होंने रंगभेद के खिलाफ संघर्ष शुरू किया।

दक्षिण अफ्रीका में गांधीजी का संघर्ष:
गांधीजी का जीवन में एक महत्वपूर्ण मोड़ दक्षिण अफ्रीका में आया। वहां उन्होंने भारतीयों के अधिकारों के लिए संघर्ष करना शुरू किया, जो वहां रंगभेद की नीति के तहत अमानवीय परिस्थितियों में रहते थे। गांधीजी ने सत्याग्रह और अहिंसा के सिद्धांतों का पालन करते हुए कई आंदोलनों का नेतृत्व किया और भारतीयों के अधिकारों की रक्षा की। इस दौरान उन्होंने अपनी जीवन की पहली अहिंसक सत्याग्रह नीति का अभ्यास किया।

दक्षिण अफ्रीका में गांधी जी के संघर्ष में सबसे प्रसिद्ध घटना थी "कोल्ड ड्रिंक कास्टिंग" (1913), जब उन्होंने भारतीयों के खिलाफ किए गए अत्याचारों के खिलाफ विरोध किया। गांधीजी ने भारतीयों के लिए समान अधिकार की मांग की, और यह संघर्ष उनकी सत्याग्रह की विचारधारा को सिद्ध करने वाला पहला कदम था।

भारत लौटने के बाद स्वतंत्रता संग्राम में भागीदारी:
महात्मा गांधी ने 1915 में भारत लौटने के बाद स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया। उनका उद्देश्य भारत को ब्रिटिश साम्राज्य से मुक्त करना था, और इसके लिए उन्होंने अहिंसा और सत्याग्रह के मार्ग का अनुसरण किया। गांधीजी के नेतृत्व में कई महत्वपूर्ण आंदोलनों का आयोजन हुआ:

चंपारण सत्याग्रह (1917): गांधीजी ने बिहार के चंपारण जिले में किसानों के लिए आंदोलन शुरू किया, जो यूरोपीय अधिकारियों द्वारा अन्यायपूर्ण करों और अत्याचारों के खिलाफ संघर्ष कर रहे थे। यह उनका पहला बड़ा सत्याग्रह आंदोलन था, जिसने भारतीयों में आत्मनिर्भरता और संघर्ष की भावना को जागरूक किया।

खिलाफत आंदोलन (1919): गांधीजी ने मुस्लिम नेताओं के साथ मिलकर खिलाफत आंदोलन का समर्थन किया, जो ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ था। उन्होंने इसे राष्ट्रीय एकता और अहिंसा के सिद्धांत पर आधारित किया।

नमक सत्याग्रह (1930): गांधीजी ने ब्रिटिश साम्राज्य के नमक कर के खिलाफ विरोध किया और दांडी यात्रा की। यह आंदोलन पूरी दुनिया में मशहूर हुआ और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को एक नया दिशा दी।

भारत छोड़ो आंदोलन (1942): यह आंदोलन गांधीजी के नेतृत्व में ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ एक निर्णायक संघर्ष था। "करो या मरो" का नारा देकर गांधीजी ने भारतीयों से ब्रिटिशों को भारत से बाहर करने की अपील की। यह आंदोलन ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ भारतीय संघर्ष का एक प्रमुख चरण था।

महात्मा गांधी के सिद्धांत:

सत्य (Truth): गांधीजी के लिए सत्य सर्वोपरि था। उनका मानना था कि सत्य की खोज और सत्य के मार्ग पर चलने से ही मनुष्य का उद्धार संभव है। उनका प्रसिद्ध कथन था, "सत्य एक है, वह कभी बदलता नहीं।"

अहिंसा (Non-Violence): गांधीजी ने अपने जीवन में हमेशा अहिंसा का पालन किया। उन्होंने विश्वास किया कि अहिंसा सबसे शक्तिशाली अस्त्र है, जिससे किसी भी समस्या का समाधान हो सकता है।

सत्याग्रह (Satyagraha): सत्याग्रह, गांधीजी का प्रमुख सिद्धांत था, जो सत्य की जीत और अहिंसा के माध्यम से संघर्ष करने का तरीका था। इसके जरिए गांधीजी ने ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ अहिंसक आंदोलन चलाए।

स्वदेशी (Swadeshi): गांधीजी ने स्वदेशी उत्पादों का समर्थन किया और भारतीयों को विदेशी वस्त्रों का बहिष्कार करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने खादी को राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में अपनाया और खादी को "भारत की स्वतंत्रता का प्रतीक" कहा।

धार्मिक सहिष्णुता: गांधीजी ने हमेशा सभी धर्मों की समानता और सहिष्णुता का समर्थन किया। उनका मानना था कि सभी धर्मों में सत्य है, और हमें एक दूसरे का सम्मान करना चाहिए।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-06.03.2025-गुरुवार.
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